देश की प्रमुख ब्रोकरेज फर्म Motilal Oswal के अनुसार, ऑयल एंड गैस सेक्टर अभी बेहतर फंडामेंटल्स और आकर्षक वैल्यूएशन की वजह से एक बेहतरीन निवेश अवसर प्रदान कर रहा है। इस रिपोर्ट में Hindustan Petroleum (HPCL) और GAIL को टॉप पिक्स बताया गया है।
क्यों आकर्षक हैं HPCL और GAIL?
👉 कम वैल्यूएशन, मजबूत फंडामेंटल्स और सीमित डाउनसाइड रिस्क
👉 रिफाइनिंग मार्जिन में स्थिरता और सरकारी नीतियों का समर्थन
👉 गैस ट्रांसमिशन वॉल्यूम में सुधार और पेट्रोकेमिकल बिजनेस का विस्तार
HPCL: खरीदें | लक्ष्य मूल्य – ₹490
HPCL के प्रमुख ग्रोथ ड्राइवर:
✅ बॉटम-अपग्रेड यूनिट चालू होगी – Q4FY25 में HPCL अपनी बॉटम-अपग्रेड यूनिट लॉन्च करने जा रही है, जिससे रिफाइनिंग क्षमता बढ़ेगी।
✅ राजस्थान रिफाइनरी का शुभारंभ – 2025 तक राजस्थान में नई रिफाइनरी शुरू होगी, जिससे कंपनी की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।
✅ लुब्रिकेंट बिजनेस की डिमर्जर और लिस्टिंग – HPCL के लुब्रिकेंट बिजनेस का अलग से लिस्ट होना संभावित है, जिससे शेयरधारकों को अतिरिक्त फायदा होगा।
✅ LPG अंडर-रिकवरी का मुआवजा – सरकार की तरफ से LPG अंडर-रिकवरी के लिए समर्थन मिलने की उम्मीद है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और मजबूत होगी।

📌 HPCL का मूल्यांकन
- FY26E P/B अनुपात: 1.3x
- अनुमानित FY26E RoE: 17.3%
- स्टैंडअलोन रिफाइनिंग और मार्केटिंग बिजनेस का मूल्यांकन: 6.5x Dec’26E EBITDA
- लुब्रिकेंट बिजनेस से संभावित मूल्य: ₹38 प्रति शेयर
GAIL: खरीदें | लक्ष्य मूल्य – ₹255
GAIL के प्रमुख ग्रोथ ड्राइवर:
✅ गैस ट्रांसमिशन वॉल्यूम में वृद्धि – FY24 में 120 mmscmd से FY27 में 154 mmscmd तक पहुंचने का अनुमान।
✅ पेट्रोकेमिकल बिजनेस में सुधार – नई क्षमता चालू होने से FY27 तक मार्जिन बढ़ेगा और कंपनी की लाभप्रदता मजबूत होगी।
✅ मजबूत Free Cash Flow (FCF) –
- FY23 में ₹-45.3 बिलियन का निगेटिव कैश फ्लो था, जबकि FY26 तक यह ₹81 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है।
✅ RoE में सुधार – FY23 में 9.5% से बढ़कर FY26 तक 16% पहुंचने का अनुमान।
📌 GAIL का मूल्यांकन (SOTP बेस्ड टारगेट)
| सेगमेंट | मल्टीपल (x) | FY27E EBITDA (₹ बिलियन) |
|---|---|---|
| गैस ट्रांसमिशन | 9x | ₹95 बिलियन |
| LPG ट्रांसमिशन | 8x | ₹5 बिलियन |
| गैस ट्रेडिंग | 6x | ₹55 बिलियन |
| पेट्रोकेमिकल | 7x | ₹28 बिलियन |
| LPG | 6x | ₹19 बिलियन |
तेल और गैस सेक्टर का आउटलुक
👉 मैक्रो कारक अनुकूल: कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और सरकारी नीतियों से सेक्टर को फायदा हो रहा है।
👉 शहरों में गैस वितरण (CGD) ग्रोथ पर: घरेलू गैस की खपत को बढ़ाने की सरकारी योजनाओं से फायदा मिल रहा है।
👉 रुपया कमजोर होने का जोखिम: हालांकि, कम कच्चे तेल की कीमतें इस प्रभाव को संतुलित कर सकती हैं।
👉 डिविडेंड यील्ड आकर्षक: OMCs, ONGC और GAIL में 4-6% का डिविडेंड यील्ड मिल रहा है, जो 10 साल के औसत के करीब है।
👉 कमाई में मजबूती और सीमित डाउनसाइड: ब्रोकरेज के मुताबिक, FY26 तक कमाई में बड़े नुकसान की आशंका नहीं है।
लॉन्ग टर्म निवेश के लिए बेहतर अवसर!
HPCL और GAIL दोनों कंपनियों में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए मजबूत अवसर दिख रहा है।
✅ HPCL में रिफाइनिंग कैपेसिटी, लुब्रिकेंट बिजनेस डिमर्जर और LPG सपोर्ट बड़े ग्रोथ फैक्टर हैं।
✅ GAIL में गैस ट्रांसपोर्टेशन वॉल्यूम और पेट्रोकेमिकल बिजनेस की ग्रोथ प्रमुख कारण हैं।
✅ ब्रोकरेज के अनुसार, वैल्यूएशन अभी भी आकर्षक हैं और सेक्टर में उल्टा जोखिम सीमित है।




