2024 के मध्य में, Amazon ने भारत में अपने Quick Commerce (त्वरित डिलीवरी) सेवा की नींव रखनी शुरू की। पहले से ही कई मुश्किलों का सामना कर रहे Amazon के पास अब और कोई रास्ता नहीं बचा था। भारत में नीतिगत (Policy) और राजनीतिक माहौल ने Amazon को बैकफुट पर धकेल दिया था। पहले जो कंपनी तेज़ी से अपने पंख फैला रही थी, अब वह धीरे-धीरे रक्षात्मक होती जा रही थी।
👉 नियामक (Regulatory) दबाव के चलते Amazon को उन बड़े सेलर्स से अलग होना पड़ा जिन्हें उसने खुद तैयार किया था।
👉 कंपनी ने फूड डिलीवरी और एडटेक जैसे वर्टिकल्स में अपने एक्सपैंशन प्लान भी कैंसिल कर दिए।
👉 कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) हुई और लीडरशिप में भी बदलाव किए गए।
👉 FY23 में धीमी बिक्री के बाद FY24 में कंपनी ने रिकवरी शुरू की।
अब, जब भारत में Meesho जैसे स्टार्टअप्स ने “वैल्यू कॉमर्स” (सस्ते और अनब्रांडेड प्रोडक्ट्स) से बाजार में धूम मचा दी, तो Amazon ने ‘Bazaar’ नाम से सस्ता सामान बेचने का मॉडल अपनाया। लेकिन Quick Commerce (10-15 मिनट में डिलीवरी) का ट्रेंड छूट रहा था, और अब इस स्पेस में घुसना कंपनी के लिए जरूरी हो गया।

Whitefield से शुरू हुआ ‘Amazon Now’
जनवरी 2024 से, Amazon ने बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड क्षेत्र में सीमित ग्राहकों के लिए अपनी “Amazon Now” सेवा लॉन्च की। व्हाइटफील्ड में Amazon के सबसे ज्यादा ग्राहक हैं, खासकर Prime सब्सक्राइबर्स।
➡ 4 डार्क स्टोर्स (गोदाम) खोले गए और अब रोज़ 2,000 ऑर्डर पूरे किए जा रहे हैं।
➡ Amazon का प्लान 2025 के अंत तक दिल्ली-NCR, मुंबई और बेंगलुरु में 300 डार्क स्टोर्स खोलने का है।
➡ Amazon हर 2-3 किमी के क्षेत्र में एक डार्क स्टोर से डिलीवरी करेगा।
➡ औसत ऑर्डर वैल्यू ₹550 है, जो Blinkit, Zepto और Instamart जैसी कंपनियों के समान है।
Amazon का फोकस धीरे-धीरे इसे पूरे बेंगलुरु में फैलाने का है, लेकिन कंपनी इसे अभी “ट्रायल फेज” में बता रही है।
Prime सब्सक्राइबर्स: Amazon का सबसे बड़ा हथियार
भारत में Amazon के पास 1.6 से 2 करोड़ Prime सब्सक्राइबर्स हैं, जबकि पूरे देश में 3 करोड़ लोग Quick Commerce का उपयोग करते हैं।
यानी, Quick Commerce के आधे से ज्यादा ग्राहक पहले से ही Amazon के Prime सब्सक्राइबर हैं।
➡ Amazon अपने Prime सब्सक्राइबर्स पर फोकस करके तेजी से मार्केट में पकड़ बना सकता है।
➡ कंपनी AI और डेटा एनालिटिक्स का इस्तेमाल करके ग्राहकों को कस्टमाइज़ प्रोडक्ट ऑफर कर सकती है।
➡ Amazon ने अभी सिर्फ 1% Prime यूज़र्स को ‘Amazon Now’ सर्विस दी है, लेकिन अगर सभी Prime सब्सक्राइबर्स को यह सेवा मिले, तो इसका ग्रोथ कई गुना बढ़ सकता है।
Amazon के Quick Commerce को कौन चला रहा है?
Amazon ने अपनी Quick Commerce रणनीति के लिए अपनी बेस्ट टीम लगाई है:
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निशांत सरदाना:
- 10 साल से Amazon में, पहले इलेक्ट्रॉनिक्स कैटेगरी हेड थे।
- अब ‘Amazon Now’ के हेड बने।
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हर्ष गोयल:
- FMCG, ग्रॉसरी और फार्मा हेड।
- ‘Amazon Everyday Essentials’ टीम के प्रमुख।
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मयंक अग्रवाल:
- पहले McKinsey में, अब Amazon Fresh में प्रमुख।
➡ कंपनी कई नए पदों पर हायरिंग कर रही है, जैसे –
- प्लानिंग और फोरकास्टिंग, बिजनेस एनालिसिस, ऑपरेशंस, और कैटेगरी मैनेजमेंट।
Amazon की Quick Commerce रणनीति क्यों अलग है?
Amazon पहले Amazon Pantry और Amazon Fresh जैसे एक्सपेरिमेंट कर चुका है, लेकिन यह मॉडल कामयाब नहीं हुआ। इसलिए अब वह नया तरीका अपना रहा है:
➡ तेज डिलीवरी: 10-15 मिनट के भीतर समान पहुंचेगा।
➡ लास्ट-माइल डिलीवरी पार्टनरशिप: Amazon ने LoadShare नामक कंपनी के साथ डिलीवरी ऑपरेशंस के लिए पार्टनरशिप की है।
➡ बेहतर प्रोडक्ट सेलेक्शन: Amazon अपने डेटा और AI से ग्राहकों को उनकी पसंद के हिसाब से सामान ऑफर कर सकता है।
Amazon के लिए सबसे बड़ी चुनौती क्या है?
Amazon ने Quick Commerce को पहले ज्यादा तवज्जो नहीं दी और देरी से मार्केट में उतरा। अब, वह ऐसे कॉम्पिटिशन का सामना कर रहा है जो पहले ही बहुत आगे निकल चुके हैं:
| कंपनी | रोज़ाना ऑर्डर (लगभग) |
|---|---|
| Zomato Blinkit | 12 लाख |
| Zepto | 11 लाख |
| Swiggy Instamart | 9 लाख |
| Tata BigBasket | 3 लाख |
| Flipkart | 1 लाख+ |
➡ Amazon ने 2024 की शुरुआत में सिर्फ 2,000 ऑर्डर प्रतिदिन पूरे किए।
➡ लेकिन कंपनी को लगता है कि वह Prime सब्सक्राइबर्स और तकनीकी बढ़त के जरिए तेजी से आगे बढ़ सकती है।
क्या Amazon Quick Commerce में सफल होगा?
Amazon ने भारत में $6.5 बिलियन (₹53,000 करोड़) खर्च किए हैं, इसलिए अब जब इंडस्ट्री “इंस्टेंट डिलीवरी” की तरफ बढ़ रही है, तो Amazon इसमें पीछे नहीं रह सकता।
- अगर Amazon तेजी से डार्क स्टोर्स और डिलीवरी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करता है, तो वह Zepto, Blinkit, और Instamart को टक्कर दे सकता है।
- Prime मेंबरशिप के साथ यह प्लान सही बैठ सकता है, क्योंकि लोग पहले से Amazon के ब्रांड पर भरोसा करते हैं।
- हालांकि, देर से एंट्री की वजह से उसे जमने में समय लगेगा और पुराने खिलाड़ियों से काफी संघर्ष करना पड़ेगा।





