जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार की दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जब पुलिस की वर्दी में छिपे आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। इस कायराना हमले में अब तक 27 की मौत और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
👉 आतंकी संगठन TRF (The Resistance Front) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। TRF पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा की प्रॉक्सी विंग है और पहले भी गैर-कश्मीरियों को टारगेट करती रही है। हमला बैसरन घाटी में हुआ, जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहा जाता है।
👁️🗨️ आतंकियों का निशाना सिर्फ पर्यटक नहीं, बल्कि हिंदू पहचान वाले लोग थे। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने पहले नाम पूछे और फिर हिंदू नाम सुनते ही गोलियों की बौछार कर दी।

💣 TRF ने हमले के बाद एक पत्र जारी कर दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में 85,000 से ज्यादा डोमिसाइल बाहरी लोगों को दिए गए हैं, जिससे क्षेत्र की जनसंख्या संरचना बदली जा रही है। TRF ने इसे हमले की वजह बताया है, लेकिन देश इसे एक सीधा आतंकी हमला मान रहा है।
🛫 अब एक्शन मोड में है भारत सरकार!
➡️ गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इसके बाद वे सीधे श्रीनगर के लिए रवाना हो गए।
➡️ सूत्रों के मुताबिक, Indian Air Force को अलर्ट पर रखा गया है और “टारगेटेड सर्जिकल ऑपरेशन” की तैयारी शुरू हो गई है।
➡️ प्रधानमंत्री मोदी, जो फिलहाल सऊदी अरब दौरे पर हैं, ने X (Twitter) पर सख्त संदेश दिया:
🗣️ “जो भी इस जघन्य हमले के पीछे हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। उनका नापाक एजेंडा कभी कामयाब नहीं होगा।”




