कतर ने ईरान पर इज़राइल द्वारा किए गए हमलों को “ईरान की संप्रभुता का घोर उल्लंघन” और “अंतरराष्ट्रीय क़ानून का खतरनाक उल्लंघन” करार देते हुए कड़ी निंदा की है. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि शुक्रवार तड़के इज़राइल द्वारा ईरान के 100 से अधिक ठिकानों पर किए गए समन्वित हवाई हमले जिनमें परमाणु और सैन्य प्रतिष्ठान भी शामिल थे. ये न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय शांति प्रयासों को भी कमजोर करते हैं.
अपने बयान में कतर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की कि वह इस आक्रामक कृत्य की तत्काल निंदा करे और पश्चिम एशिया में बिगड़ते हालात को संभालने के लिए राजनयिक प्रयास तेज करे. कतर ने दोहराया कि संकटों का समाधान केवल संवाद, संयम और शांतिपूर्ण उपायों से ही संभव है, न कि सैन्य हमलों से. कतर ने कहा यह हमला ईरान की संप्रभुता पर सीधा प्रहार है और अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन है.
कतर विदेश मंत्रालय ने कहा कि कतर इस्लामी गणराज्य ईरान की भूमि पर बड़े पैमाने पर किए गए इजरायली हमले की कड़ी निंदा और गहरा विरोध करता है. यह खतरनाक वृद्धि उस बार-बार दोहराए जाने वाले लापरवाह नीति पैटर्न का हिस्सा है, जो मध्य पूर्व की स्थिरता को बाधित करता है और कूटनीतिक प्रयासों को बाधित करता है.




