सऊदी अरब ने अब भारत और पाकिस्तान समेत 14 देशों के नागरिकों के लिए ब्लॉक वीजा कोट पर लगायी गई अस्थायी रोक को हटा दिया है. सऊदी अरब के इस फैसले से वहां काम के लिए जाने वाले विदेशी कामगारों को बड़ी राहत मिली है. खासतौर पर भारतीयों के लिए सऊदी सरकार का यह कदम काफी महत्वपूर्ण है. सऊदी अरब में काम करने वाली विदेशी कामगारों में भारतीयों की संख्या अधिक है. वर्क वीजा पर रोक लगाने की वजह से इन लोगों को सऊदी अरब जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.
वर्क वीजा कोटा से रोक हटाने का फैसला हज 2025 के बाद तत्काल प्रभाव से लागू
सऊदी सरकार ने स्पष्ट किया है कि वर्क वीजा कोटा से रोक हटाने का फैसला हज 2025 के बाद तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है. सरकार के इस फैसले से उन हजारों कुशल श्रमिकों के लिए अवसर फिर से खुल गए हैं, जो साल की शुरुआत में लगाए गई इस रोक से प्रभावित हुए थे. सऊदी ने 14 देशों के नागरिकों के लिए वर्क वीजा पर रोक लगा दी थी. इन देशों में भारत और पाकिस्तान के साथ-साथ अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, सूडान, ट्यूनीशिया और यमन पर लागू था.
सऊदी अरब में भारतीय कामगारों की बड़ी संख्या
सऊदी अरब में भारतीय कामगारों की एक बड़ी संख्या है. पिछले साल के एक आंकड़े के हिसाब से भारतीयों की संख्या में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ सऊदी अरब में भारतीय समुदाय की संख्या 26 लाख से ज्यादा हो गई है. अरब में काम करने वाले प्रवासियों में सबसे अधिक संख्या भारतीयों की हैं. अक्सर भारत के लोग रोजगार की तलाश के लिए सऊदी की ओर अपना रुख करते हैं.
गौरतलब है कि सऊदी अरब की ओर से हज 2025 को मद्देनजर रखते हुए भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश समेत 14 देशों के लोगों को उमराह, बिजनेस और फैमिली विजिट वीजा जारी करने पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया गया था. हज के सीजन में हज परमिट न मिलने पर इन वीजा के जरिए सऊदी अरब पहुंच जाते थे और अनाधिकृत रूप से मक्का में हज करते थे. भीड़ पर नियंत्रण रखने के उद्देश्य से ये फैसला लिया गया था. हज की समाप्ति के बाद अब वर्क वीजा पर जारी रोक को हटा दिया गया है.




