संयुक्त अरब अमीरात के अजमान में एक फैक्ट्री में काम कर रहे भारतीय कामगार अमरजीत को कंपनी के फैक्ट्री में आंख पर चोट लग गई और उसके बाद से उनकी आंखें एक बंद हो गई,
बाएं आंख में काफी दिक्कतों के बाद धीरे-धीरे उनकी आंखों की रोशनी जाते रही और इसका भुक्तभोगी उनका परिवार होते रहा. संयुक्त अरब अमीरात में काम करने के दरमियान या हुआ इसके वजह से उन्हें मेडिकल इंश्योरेंस के तरफ से संयुक्त अरब अमीरात के एनएमसी रॉयल हॉस्पिटल दुबई में भर्ती कराया गया और वहां पर इनके लिए स्टेम सेल ट्रांसपेरेंट कराया गया.
काफी मशक्कत के बाद इस प्रवासी कामगार के आंखों की रोशनी धीरे-धीरे लौट आई. इस प्रक्रिया में प्रवासी कामगार के दाएं आंख पर स्टीम से निकाला गया और बाएं आंख में डाला गया और इसी के बदौलत उनकी आंखें दोबारा से ठीक हो पाए और अब उनका पूरा परिवार काफी खुश है इस पूरी प्रक्रिया में 4 घंटे का वक्त लगा.
प्रवासी कामगार ने अपने कंपनी और संयुक्त अरब अमीरात को धन्यवाद कहा और साथ ही यह जरूर कहा कि मेरी हैसियत के हिसाब की परवाह किए बिना इस देश में मुझे दोबारा से आंखें दी हैं और साथ ही मेरे साथ इंसाफ किया है मैं इस देश का हमेशा ऋणी रहूंगा.