इजरायल और ईरान के बीच जारी जंग में अब अमेरिका भी शामिल हो गया है. रविवार की रात तकरीबन ढ़ाई बजे के आसपास अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकाने फोर्दो, इस्फहान और नतांज़ पर हमला कर डाला. अमेरिका की ओर से दावा किया गया है कि इस हमले में उसने ईरानी न्यूक्लियर प्रोग्राम को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है.
वहीं दूसरी ओर ईरान की ओर से अमेरिका के दावे को गलत करार दिया गया है. ईरान के नेशनल न्यूक्लियर सेफ्टी सिस्टम सेंटर ने कहा है कि इन हमलों के बावजूद कहीं भी रेडियोधर्मी विकिरण यानी रेडिएशन का कोई भी संकेत नहीं मिला है. सऊदी अरब ने भी ईरान के इस दावे की पुष्टि करते हुए कहा है कि फोर्दो में कोई भी रेडिएशन नहीं पाया गया है.
ईरान की सरकारी मीडिया के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सेंटर के सभी रेडिएशन डिटेक्टर सामान्य स्थिति में हैं और अब तक किसी भी तरह का रेडियोएक्टिव लीक दर्ज नहीं किया गया है. ईरानी मीडिया का कहना है कि फोर्दो के पास रहने वाले लोगों ने किसी बड़े धमाके की आवाज नहीं सुनी और इलाके में हालात सामान्य बने हुए हैं.




