ट्रेन में यात्रा करने वाले आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ने वाला है. 1 जुलाई 2025 से भारतीय रेलवे टिकट की कीमत में बढ़ोतरी करने जा रहा है. इसके साथ ही तत्काल टिकट बुकिंग के नियम में भी बदलाव किया गया है. नए नियम के मुताबिक अब रेलवे ने आधार ऑथेंटिकेशन को अनिवार्य कर दिया है.
रेल टिकट की कीमत में कितनी बढ़ोतरी
- नॉन-एसी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में अब प्रति किलोमीटर किराया 1 पैसे बढ़ेगा.
- एसी क्लास (AC 2-tier, AC 3-tier, आदि) में ये बढ़ोतरी 2 पैसे प्रति किलोमीटर होगी.
लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोगों की जेब पर इसकी कीमत भारी पड़ने वाली है. जैसे उदाहरण के लिए यदि कोई यात्री मुंबई से दिल्ली (1400 किलोमीटर) नॉन-एसी ट्रेन से सफर करता है, तो उसे 14 रुपये ज्यादा देने होंगे, जबकि एसी क्लास में यह बढ़ोतरी 28 रुपये की होगी.
रेलवे ने क्यों बढ़ाया किराया
बीते कई सालों से रेलवे ने किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी. अंतिम बार साल 2020 में किराया बढ़ाया गया था. इस बीच-
- ईंधन की कीमतें बढ़ीं,
- रखरखाव और परिचालन की लागत में बढ़ोतरी हुई,
- और ट्रेनों की आधुनिकता पर खर्च बढ़ा.
जिसके लिए किराए में मामूली बढ़ोतरी करनी पड़ी है. रेल मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि किराए में मामूली बढ़ोतरी की गई है ताकि आम लोगों पर ज्यादा बोझ ना पड़े.
500 किलोमीटर तक के सफर पर कोई बढ़ोतरी नहीं
- सेकंड क्लास में 500 किमी तक के सफर पर कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है.
- 500 किमी से अधिक दूरी की यात्रा पर सेकंड क्लास में आधा पैसा प्रति किमी अतिरिक्त देना होगा.
- लोकल/सिटी ट्रेनें, उपनगरीय ट्रेनों और जनरल टिकट पर इसका असर नहीं पड़ेगा.
तत्काल बुकिंग नियम में हुआ बदलाव
1 जुलाई 2025 से तत्काल बुकिंग के नियमों में भी बदलाव होने वाला है.
- 1 जुलाई 2025 से, तत्काल टिकट बुक करने के लिए आधार कार्ड लिंक होना ज़रूरी होगा.
- 15 जुलाई 2025 से, तत्काल बुकिंग के समय आधार आधारित OTP वेरिफिकेशन करना भी अनिवार्य होगा.
- एसी क्लास बुकिंग: सुबह 10:00 बजे से 10:30 बजे तक एजेंट्स तत्काल टिकट बुक नहीं कर सकेंगे.
- नॉन-एसी क्लास बुकिंग: सुबह 11:00 बजे से 11:30 बजे तक एजेंट्स के लिए बुकिंग बंद रहेगी.
- इसका उद्देश्य यह है कि तत्काल टिकटों की बुकिंग पारदर्शी हो और दलालों की हिस्सेदारी रोकी जा सके.




