कुवैत की जनसंख्या पहली बार 50 लाख से ज़्यादा हो गई है। यह जानकारी साल 2025 के मध्य में जारी किए गए सरकारी आंकड़ों से मिली है। कुल जनसंख्या अब 50,98,000 हो गई है, जिसमें से 70% लोग प्रवासी (विदेश से आए हुए लोग) हैं यानी करीब 35,47,000, और 30% लोग कुवैती नागरिक हैं यानी लगभग 15,50,000।
इन आंकड़ों से कई बातें सामने आई हैं जैसे कि कुवैत में मर्दों की संख्या औरतों से काफी ज्यादा है (30.9 लाख मर्द और 20.1 लाख औरतें)। देश की आबादी का 80% हिस्सा ऐसे लोगों का है जो काम करने की उम्र (15 से 64 साल) के बीच हैं। इनमें सबसे ज़्यादा लोग 35 से 39 साल की उम्र के हैं, जो कुल जनसंख्या का 13% हैं।
कुवैत में प्रवासियों में सबसे ज़्यादा भारतीय हैं एक करोड़ से भी ज़्यादा (करीब 29%) फिर मिस्र के लोग दूसरे नंबर पर हैं (करीब 19%)। कामकाज के मामले में, करीब 22.8 लाख लोग कुवैत में नौकरी कर रहे हैं, लेकिन इसमें सिर्फ 3.8% ही कुवैती नागरिक हैं जो प्राइवेट कंपनियों में काम करते हैं। घरेलू कामगारों की संख्या भी बहुत बड़ी है करीब 8.22 लाख, जो कुल आबादी का 16% है। इनमें ज़्यादातर भारत, फिलीपींस और श्रीलंका से आते हैं।
शहरों में भीड़ तेजी से बढ़ रही है। सलमिया अब कुवैत का सबसे भीड़भाड़ वाला इलाका बन गया है, वहां 3,31,462 लोग रहते हैं। इसके बाद अल फरवानिया (3,09,871), जलीब अल शुयूख (2,82,263), हवाली (2,42,214) और महबूला (2,30,854) जैसे इलाके हैं।
कुल आबादी में से 45% लोग काम कर रहे हैं और 79% लोग प्राइवेट घरों में रहते हैं। इन आंकड़ों से यह बात साफ होती है कि कुवैत को अब लंबे समय की प्लानिंग, संसाधनों का सही बंटवारा और ज़रूरी सेवाओं को बढ़ाना होगा खासकर उन इलाकों में जहां जनसंख्या बहुत तेज़ी से बढ़ रही है।




