सऊदी अरब की एक बड़ी सांस्कृतिक योजना ‘इन द प्रॉफेट्स स्टेप्स’ (In the Prophet’s Steps) ने एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। इस योजना में अब तक दुनिया भर से 10 लाख से ज्यादा लोग हिस्सा लेने के लिए रजिस्टर कर चुके हैं। यह योजना नवंबर में आधिकारिक रूप से शुरू की जाएगी।
इस प्रोजेक्ट को सऊदी अरब की जनरल एंटरटेनमेंट अथॉरिटी (GEA) चला रही है। इसका उद्देश्य पैगंबर मुहम्मद (PBUH) की मक्का से मदीना तक की हिजरत (प्रवास) की यात्रा को जीवंत रूप में दिखाना है। इसमें आध्यात्मिक, ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित और तकनीकी रूप से आधुनिक अनुभव देने की कोशिश की गई है, ताकि देश-विदेश से आने वाले लोग इस यात्रा को महसूस कर सकें।
यह प्रोजेक्ट क्या है?
‘इन द प्रॉफेट्स स्टेप्स’ को ‘दर्ब अल-हिजरा’ भी कहा जाता है। यह एक शैक्षिक और अनुभवात्मक योजना है, जिसे सऊदी अरब की जनरल एंटरटेनमेंट अथॉरिटी ने शुरू किया है। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत जनवरी में प्रिंस सलमान बिन सुल्तान ने मदीना क्षेत्र में माउंट उहुद के पास एक कार्यक्रम में की थी। यह योजना GEA और कई ऐतिहासिक व सरकारी संस्थाओं के सहयोग से तैयार की गई है। इसे अब तक की सबसे महत्वाकांक्षी सांस्कृतिक और धार्मिक परियोजनाओं में से एक माना जा रहा है। यह प्रोजेक्ट पैगंबर मुहम्मद (PBUH) और उनके साथी अबू बक्र अल-सिद्दीक द्वारा तय किए गए लगभग 470 किलोमीटर लंबे प्रवास मार्ग को फिर से प्रस्तुत करता है, जो उन्होंने मक्का से मदीना की यात्रा में तय किया था।
यह प्रोजेक्ट धार्मिक महत्त्व को ऐतिहासिक सच्चाई के साथ जोड़ता है। इसे सरकारी और ऐतिहासिक संस्थाओं के सहयोग से तैयार किया गया है और इसका उद्देश्य है कि आने वाले लोगों को यह अनुभव बेहतर तरीके से मिल सके:
ऐतिहासिक स्थलों का पुनर्निर्माण:
पैगंबर मुहम्मद (PBUH) की यात्रा के रास्ते में आने वाले 41 अहम जगहों को फिर से जीवित किया गया है, ताकि उनका धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व सुरक्षित रहे।
पांच इंटरऐक्टिव स्टेशन:
इन स्टेशनों पर यात्रा के बड़े-बड़े घटनाओं को रोचक कहानियों और आधुनिक तकनीक की मदद से दर्शाया जाएगा।
हिजरत म्यूज़ियम:
इस खास म्यूज़ियम में लोग पैगंबर की इस ऐतिहासिक यात्रा से जुड़ी चीजें, डिजिटल प्रदर्शनी और शैक्षिक जानकारी देख सकेंगे।
आधुनिक विश्राम स्थल:
आठ ऐसे स्थल बनाए गए हैं, जो उन जगहों पर आधारित हैं जहां पैगंबर (PBUH) ने अपनी यात्रा के दौरान विश्राम किया था। इनमें ठहरने, खाने-पीने और यात्रा से जुड़ी सुविधायें होंगी।
आध्यात्मिक स्थल:
पूरे रास्ते में ऐसी शांत जगहें बनाई गई हैं जहाँ लोग नमाज़ पढ़ सकते हैं और ध्यान कर सकते हैं। इन जगहों का उद्देश्य है कि लोग हिजरत (पैगंबर मुहम्मद की यात्रा) के गहरे मतलब से जुड़ सकें और सोच-समझ सकें।
पूरी यात्रा 6 महीने चलेगी :
यह नवंबर से शुरू होगी। इसमें दुनियाभर से लोग हिस्सा ले सकेंगे और उन्हें एक सुरक्षित, उच्च-गुणवत्ता वाली और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध यात्रा का अनुभव मिलेगा।
10 लाख से भी ज़्यादा रजिस्ट्रेशन: लोगों की दिलचस्पी और अंतरराष्ट्रीय विस्तार
सऊदी अरब के जनरल एंटरटेनमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष तुर्की अल अल शेख ने बताया कि इस अनुभव (In the Prophet’s Steps) के लिए 10 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है। उन्होंने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा: “अल्हम्दुलिल्लाह, हमें हिजरत ट्रेल के लिए 10 लाख से ज़्यादा रजिस्ट्रेशन मिले हैं… नवंबर में मिलते हैं, इंशाअल्लाह।” उन्होंने इस प्रोजेक्ट को संभव बनाने के लिए सऊदी नेतृत्व का आभार भी व्यक्त किया।
हिजरत को आसान बनाना: योजना और तकनीक का उपयोग
हिजरत के रास्ते पर इलाका काफी ऊबड़-खाबड़ है, इसलिए सरकार ने इसमें बड़ी मात्रा में निवेश किया है ताकि हर यात्री के लिए रास्ता सुरक्षित, आरामदायक और सभी के लिए सुलभ बनाया जा सके। इसमें कुछ मुख्य बातें शामिल हैं:
4×4 खास ट्रांसपोर्ट बसें – ये बसें मुश्किल रास्तों पर लोगों को आराम से ले जाने के लिए लगाई गई हैं।
ग़ार-ए-थौर (Thawr की गुफा) तक आसान पहुंच – पहले इस जगह तक पहुंचने में लगभग दो घंटे की पैदल चढ़ाई करनी पड़ती थी, लेकिन अब नई तकनीक की मदद से यह सफर सिर्फ तीन मिनट में पूरा हो सकता है।
इन सभी प्रयासों से यह दिखाया गया है कि यह प्रोजेक्ट पुराने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को आज की आधुनिक सहूलियतों और सभी को शामिल करने वाले अनुभव के साथ जोड़ने की कोशिश है।




