हाल ही में दुबई में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें लोगों को ट्रैफिक फाइन (जुर्माना), वीज़ा फीस या अन्य सरकारी सेवाओं पर भारी छूट देने का वादा किया गया। ये ऑफर ज़्यादातर WhatsApp, Telegram और Instagram जैसे सोशल मीडिया ऐप्स पर दिए गए।
धोखा कैसे हुआ?
कुछ लोग खुद को एजेंट बताकर यह कहते हैं कि वे जुर्माने में 30% से 70% तक की छूट दिलवा सकते हैं। वे चोरी किए गए क्रेडिट कार्ड से जुर्माना भर देते हैं, जिससे जुर्माना सिस्टम में “भरा हुआ” दिखता है। इसके बाद वे पीड़ित से आधा जुर्माना कैश में वसूलते हैं। बाद में असली कार्डधारक उस पेमेंट को कैंसिल कर देता है और जुर्माना वापस जुड़ जाता है। इससे व्यक्ति दोबारा जुर्माने का शिकार हो जाता है, और कानूनी परेशानी में भी फंस सकता है।
एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
लीला मंसूर (डिजिटल एक्सपर्ट) ने कहा “छूट जैसा दिखने वाला यह ऑफर असल में एक जाल है।” ओमर कद्दूर (साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ) ने कहा, “ये धोखेबाज लोगों की भावनाओं और समय की जल्दी का फायदा उठाते हैं। वे सरकारी लोगो, ऑफिशियल टोन और जल्दी फैसला लेने की बात कहकर भरोसा जीतने की कोशिश करते हैं।” सहर अल शम्सी (साइबर सिक्योरिटी सलाहकार) ने कहा, “अगर कोई व्यक्ति Telegram या WhatsApp से आपको सरकारी सेवा देने की बात कहे, तो समझ जाइए कि ये नकली है।”
कैसे बचें ऐसे फ्रॉड से?
सिर्फ सरकारी वेबसाइट या ऐप्स से ही पेमेंट करें जैसे UAE Pass, मंत्रालय की वेबसाइट, या पुलिस ऐप। कैश में कोई भी सरकारी काम न करवाएं। कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट या पर्सनल मैसेज जो छूट देने की बात करे, उस पर भरोसा न करें। ऐसे मामलों को तुरंत साइबर क्राइम सेल या पुलिस में रिपोर्ट करें। याद रखें अगर कोई ऑफर बहुत अच्छा लग रहा है, तो हो सकता है कि वो सच न हो।




