व्हाट्सएप हमारे रोजमर्रा के जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है। इसने दोस्तों, परिवार और सहकर्मियों के साथ संपर्क बनाने का तरीका बदल दिया है। आज के समाज में यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले मैसेजिंग एप्लिकेशन में से एक बन गया है, जो उपयोगकर्ताओं को टेक्स्ट मैसेज, तस्वीरें, वीडियो, दस्तावेज़ भेजने और कॉल करने की सुविधा देता है, जिसमें वॉइस कॉल और वीडियो कॉल शामिल हैं, वह भी तुरंत।
कहीं भी और कभी भी संपर्क में रहने की सुविधा ने व्हाट्सएप को पारंपरिक संचार माध्यमों जैसे फोन कॉल या ईमेल के मुकाबले अधिक भरोसेमंद बना दिया है। लेकिन सवाल यह है कि व्हाट्सएप वेब आपके व्यक्तिगत चैट और फाइलों को कैसे खतरे में डाल सकता है? व्हाट्सएप इंटरपर्सनल रिश्तों को बनाए रखने और महत्वपूर्ण समाचार साझा करने का एक बेहतरीन तरीका बन गया है। हालांकि, अब इसका उपयोग केवल व्यक्तिगत उपयोग तक सीमित नहीं है; इसका इस्तेमाल पेशेवर काम के लिए भी किया जाने लगा है। बड़े कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारी अक्सर अपने डेस्कटॉप या लैपटॉप पर व्हाट्सएप वेब का उपयोग करते हैं।
हाल ही में, भारतीय सरकार ने इस पर कड़ा चेतावनी जारी की है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों से कहा गया है कि वे कार्यस्थल पर अपने कंप्यूटर या लैपटॉप पर व्हाट्सएप वेब का उपयोग करने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से उनके नियोक्ता को संवेदनशील जानकारी तक पहुंच मिल सकती है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एडवाइजरी में चेतावनी दी गई है कि व्हाट्सएप वेब का इस्तेमाल करने से एडमिनिस्ट्रेटर्स और आईटी टीमों को व्यक्तिगत चैट और निजी फाइलों तक पहुंच मिल सकती है। यह पहुंच स्क्रीन मॉनिटरिंग, मैलवेयर या ब्राउज़र फीचर्स के हाइजैकिंग के रूप में हो सकती है।
सरकार की सूचना सुरक्षा जागरूकता (ISEA) टीम ने कॉर्पोरेट डिवाइसेस पर मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स के इस्तेमाल से जुड़े जोखिमों को उजागर किया है। इसके परिणामस्वरूप कई कंपनियां अब व्हाट्सएप वेब को संभावित सुरक्षा खतरा मान रही हैं यह फिशिंग हमलों और मैलवेयर के प्रवेश का संभावित माध्यम हो सकता है, जो पूरे नेटवर्क को प्रभावित कर सकता है।
ISEA ने कहा कि कई संगठन अब व्हाट्सएप वेब को सुरक्षा जोखिम मानते हैं और यह मैलवेयर और फिशिंग हमलों के लिए संभावित प्रवेश बिंदु हो सकता है, जो उनके पूरे नेटवर्क को खतरे में डाल सकता है। एडवाइजरी में चेतावनी दी गई है कि कार्यालय के वाई-फाई का उपयोग करने पर कंपनियों को कर्मचारियों के निजी फोन तक सीमित पहुंच मिल सकती है, जिससे निजी डेटा उजागर हो सकता है।
इसके अलावा, एडवाइजरी में कंपनी डिवाइसेस पर व्हाट्सएप इस्तेमाल करने के “खतरों” की भी चेतावनी दी गई है, जैसे कि लैपटॉप के कॉम्प्रोमाइज होने पर डेटा लीक होने का खतरा और असुरक्षित वाई-फाई पर इंटरसेप्शन का जोखिम।
यदि कर्मचारियों को कार्यालय में व्हाट्सएप का उपयोग करना ही पड़े, तो उन्हें किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
सरकार के अनुसार:
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डेस्क छोड़ने से पहले लॉग आउट करें: जब आप अपनी कार्यस्थल से दूर हों, हमेशा व्हाट्सएप वेब से लॉग आउट करें।
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लिंक्स और अटैचमेंट्स के प्रति सतर्क रहें: ऐसे लिंक्स पर क्लिक न करें या अटैचमेंट्स न खोलें, जिनके बारे में आप भरोसा नहीं करते।
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कंपनी के नियमों का पालन करें: अपने संगठन की नीतियों को जानें और व्यक्तिगत ऐप्स और डिवाइसेस के कार्यस्थल पर उपयोग के नियमों का पालन करें।




