हाल ही में सीबीआई ने मोहम्मद दिलशाद नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ये व्यक्ति बीते 26 सालों से फरार था। दिलशाद पर आरोप है कि उसने अक्टूबर 1999 में सऊदी अरब में हत्या की थी।
52 वर्षीय दिलशाद उत्तर प्रदेश के बिजनौर का रहने वाला है और उस वक्त वो रियाद में हैवी मोटर मैकेनिक और सुरक्षा गार्ड के रूप में काम कर रहा था। वारदात के बाद वह भारत भाग आया और दो दशक से अधिक समय तक पकड़ से बचता रहा।
मामला अप्रैल 2022 में दोबारा खुला, जब सऊदी अधिकारियों ने भारत से मदद मांगी। सीबीआई ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लुकआउट नोटिस जारी किया। जांच में पता चला कि वह फर्जी दस्तावेज़ों और अलग-अलग पहचान से कतर, कुवैत और सऊदी जैसे देशों में घूमता रहा।
आखिरकार सीबीआई को उसके धोखाधड़ी से बनाए गए नए पासपोर्ट का सुराग मिला और दूसरा लुकआउट नोटिस जारी किया। 11 अगस्त 2025 को उसे दिल्ली एयरपोर्ट पर मदीना से जेद्दा होते हुए आने पर पकड़ लिया गया। 14 अगस्त को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इस मामले की जांच जारी है और भारतीय व सऊदी अधिकारी मिलकर आगे की कानूनी कार्यवाही कर रहे हैं।




