आज की दुनिया में जब वैश्विक यात्रा तेजी से बढ़ रही है, तब वीज़ा नियम कई यात्रियों के लिए सबसे बड़ी रुकावट बन जाते हैं। खासकर बजट-फ्रेंडली यात्रियों के लिए, जिन्हें सफर में हर खर्च पर ध्यान देना पड़ता है।
थाई नागरिकों के लिए ASEAN Unified Visa बड़ा बदलाव
ऐसे में थाई नागरिकों के लिए आने वाला ASEAN Unified Visa एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। यह वीज़ा बिल्कुल शेंगेन और जीसीसी वीज़ा की तरह होगा, जिसमें एक ही वीज़ा से कई देशों की यात्रा संभव होगी। इस पहल से थाई यात्री आसानी से वियतनाम, मलेशिया, सिंगापुर, फिलीपींस, लाओस, कंबोडिया और अन्य देशों का सफर कर पाएंगे, और अलग-अलग वीज़ा फीस बचाकर कुल यात्रा खर्च कम कर सकेंगे। साथ ही, दक्षिण-पूर्व एशिया में 2024–2025 के बीच महंगाई दर (Inflation) भी अलग-अलग देशों में अलग असर डाल रही है। थाईलैंड में कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, जबकि वियतनाम और फिलीपींस में बढ़ती खाद्य कीमतों व मुद्रा अवमूल्यन के कारण यात्रियों को थोड़ा ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है।
ASEAN Unified Visa की तुलना शेंगेन और GCC वीज़ा से करें तो यह लागत कम
मलेशिया और इंडोनेशिया अब भी सस्ते डेस्टिनेशन माने जा रहे हैं, वहीं सिंगापुर अपेक्षाकृत महंगा है लेकिन एक प्रमुख हब होने के कारण यात्रा के लिहाज़ से सुविधाजनक है। करेंसी कन्वर्ज़न रेट्स भी यात्रियों के बजट पर असर डालते हैं, जैसे थाई बहत से कंबोडिया या वियतनाम में बेहतर मूल्य मिलता है, जबकि सिंगापुर और ब्रुनेई में यह कमजोर पड़ता है। ऐसे में, अगर थाई यात्री लगभग ฿10,000 के बजट के साथ सफर की योजना बनाते हैं तो वे सस्ते गेस्टहाउस, होस्टल, स्ट्रीट फूड, लोकल ट्रांसपोर्ट और मुफ़्त गतिविधियों जैसे पार्क व सांस्कृतिक स्थलों की मदद से यात्रा को बेहद किफायती बना सकते हैं। ASEAN Unified Visa की तुलना शेंगेन और GCC वीज़ा से करें तो यह लागत कम करेगा, आवेदन प्रक्रिया सरल बनाएगा और क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देगा। अनुमान है कि कंबोडिया, लाओस और वियतनाम जैसे देशों में रोज़ाना का खर्च $15 से $30 तक हो सकता है, जबकि मलेशिया व सिंगापुर में यह थोड़ा अधिक रहेगा। कुल मिलाकर यह नई वीज़ा व्यवस्था थाई नागरिकों के लिए कम खर्च में ज़्यादा देश घूमने का सुनहरा अवसर लेकर आएगी और पूरे दक्षिण-पूर्व एशिया में पर्यटन उद्योग को नई गति देगी।




