रेलवे ने बुधवार को जम्मू में बाढ़ और भारी बारिश के कारण फंसे करीब 2,500 यात्रियों को निकालने का बड़ा अभियान चलाया। इसमें दो ट्रेनों में 800 से अधिक यात्री 28 घंटे से अधिक फंसे हुए थे। ट्रैक नुकसान और बोल्डरों के गिरने से कई सेक्शन प्रभावित हुए थे।
मुख्य सुधार के बाद स्वराज एक्सप्रेस और अंडमान एक्सप्रेस की यात्रा शाम करीब 4 बजे फिर से शुरू कर दी गई, जब मनवाल और जम्मू तवी के बीच लाइन बहाल की गई। छोटी स्टेशनों मनवाल और सांगर पर stranded यात्रियों के लिए खाने-पीने और पानी की व्यवस्था की गई थी। ट्रेनों को सुरक्षित तरीके से आगे भेजा गया।
कटरा के माता वैष्णो देवी स्टेशन पर फंसे लगभग 1,500 यात्रियों को बसों से उद्हमपुर लाया जा रहा है, जहाँ से उन्हें गुरुवार को ट्रेनों से आगे भेजा जाएगा। उधमपुर-मनवाल लाइन गुरुवार सुबह तक परिचालन के लिए तैयार होने की संभावना बताई गई है। कटरा-उधमपुर सेक्शन की बहाली में कुछ दिन लग सकते हैं, इसलिए बसों का सहारा लिया जा रहा है।
हादसे से कई ट्रेनों के शेड्यूल पर असर पड़ा है: जम्मू डिविजन में 65 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और 46 ट्रेनें शॉर्ट-टर्मिनेट की गई हैं। साथ ही तीन ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया, एक आंशिक रूप से पुनर्स्थापित हुई, पांच पूरी तरह बहाल हुईं, 24 शॉर्ट-ऑरिजिनेटेड और तीन ट्रेनें डायवर्ट की गईं। ट्रेनों को पथानकोट तक सतर्कता से चलाया गया।
लाइन की मरम्मत उसी दिन की गई और कुछ हिस्सों पर ट्रेनों को चलाया गया, जबकि अन्य हिस्सों में बहाली के लिए समय लगेगा। यात्रियों को बसों और वैकल्पिक सेवारत विकल्पों से जोड़ा जा रहा है और अगले कुछ दिनों में परिचालन धीरे-धीरे सामान्य होने की राह पर रहेगा।
- जम्मू में बाढ़ के बाद रेलवे ने लगभग 2,500 यात्रियों को बचाया।
- स्वराज और अंडमान एक्सप्रेस शाम ≈4 बजे मनवाल–जम्मू तवी लाइन बहाल के बाद चलीं।
- कटरा के 1,500 यात्री बसों से उद्हमपुर भेजे जा रहे हैं; वहां से गुरुवार को ट्रेनें चलेंगी।
- मनवाल और सांगर स्टेशनों पर खाने-पानी की व्यवस्था की गई; ट्रैक पर बोल्डर और पोल क्षतिग्रस्त हुए।
- जम्मू डिविजन में 65 ट्रेनें रद्द, 46 शॉर्ट-टर्मिनेटेड और कई अन्य शेड्यूल प्रभावित हुए।


