14 सितंबर को दुबई में होने वाले भारत-पाकिस्तान मुकाबले को लेकर फैंस बहुत ज्यादा एक्साइटेड हैं। अगले दो दिनों में टिकट की सेल शुरू होने वाली है और अनुमान है कि भारत-पाकिस्तान मैच के टिकट कुछ घंटों में ही बिक जाएंगे। बाकी मुकाबलों में भी यूएई में रहने वाले प्रवासी समुदायों से अच्छा समर्थन मिलने की उम्मीद है।
फैंस में रोमांच
टिकटों की घोषणा होते ही भारत और पाकिस्तान के प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है। उनके लिए यह सिर्फ एक मैच नहीं बल्कि खेल, पहचान और जश्न का हिस्सा बनने का अनुभव है। फरवरी-मार्च में हुए चैंपियंस ट्रॉफी के टिकटों के लिए भी हजारों लोग मिनटों में कतार में लग गए थे। भारत-पाकिस्तान मैच के साथ फिर ऐसा ही नज़ारा दिख सकता है।
भारत की भागीदारी पर साफ़ तस्वीर
पहले भारत की एशिया कप में भागीदारी को लेकर असमंजस था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई अटकलें और बहस चलीं। लेकिन खेल मंत्रालय ने साफ़ किया कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज़ भले न हो, पर बहुपक्षीय टूर्नामेंटों में खेलने पर कोई आपत्ति नहीं। इसके बाद बीसीसीआई ने 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की, जिसमें सूर्यकुमार यादव कप्तान बनाए गए हैं। टीम में अनुभवी खिलाड़ियों और युवा सितारों का मिश्रण है।
पाकिस्तान और यूएई की तैयारी
पाकिस्तान ने पहले ही दुबई पहुंचकर तैयारी शुरू कर दी है। वे यूएई और अफगानिस्तान के खिलाफ शुक्रवार से शारजाह में त्रिकोणीय सीरीज़ खेलेंगे। टीम में बदलाव किए गए हैं—बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान बाहर हैं, जबकि फखर ज़मान, मोहम्मद वसीम और सलमान मिर्ज़ा वापसी कर रहे हैं।
वहीं मेज़बान यूएई के लिए यह टूर्नामेंट अपने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास दिखाने का मौका है। कोच ललचंद राजपूत की अगुवाई में टीम फिटनेस और तैयारी पर जोर दे रही है। उनका पहला मुकाबला 10 सितंबर को भारत से होगा।
एशिया का जश्न
भारत और पाकिस्तान के बीच हाई-वोल्टेज भिड़ंत से परे, एशिया कप में हांगकांग, श्रीलंका, बांग्लादेश और ओमान जैसी टीमें भी हिस्सा ले रही हैं। अब जब राजनीतिक असमंजस खत्म हो गया है और टीमें तय हो गई हैं, तो ध्यान पूरी तरह क्रिकेट पर है और साथ ही उस दौड़ पर जिसमें फैंस टिकट पाने के लिए जुटेंगे।




