हैदराबाद की एक 33 वर्षीय महिला ने मंगलवार, 26 अगस्त की शाम को सऊदी अरब के अल खोबर स्थित अपने घर में कथित तौर पर अपने तीन बच्चों की हत्या कर दी। बच्चों की हत्या के बाद महिला ने खुद भी आत्महत्या करने का प्रयास किया।
राष्ट्रीय मानवाधिकार समिति के सदस्य और जाने-माने समाजसेवी, नास शौकत अली ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में बताया कि महिला की पहचान टोलीचौकी के एमडी लाइंस की रहने वाली सैयदा हुमेरा अमरीन के रूप में हुई है। उस पर अपने छह साल के जुड़वां बेटों, मोहम्मद सादिक अहमद और मोहम्मद आदिल अहमद, और अपने सबसे छोटे बच्चे, तीन साल के मोहम्मद यूसुफ अहमद को पानी से भरे बाथटब में डुबा कर मारने का शक है। हत्या के बाद महिला ने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन फिसलकर बेहोश हो गई और उसे अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल उसका पुलिस हिरासत में इलाज चल रहा है।
यह घटना तब सामने आई जब उसका पति, मोहम्मद शाहनवाज अपने घर लौटा। वो बार-बार पत्नी को कॉल कर रहा था लेकिन जब फोन का कोई जवाब नहीं मिला तो वो आनन-फानन में घर पहुंचा। घर पहुंचने के बाद वहां का नजारा देखकर शाहनवाज के होश उड़ गए। शाहनवाज़ आठ महीने पहले अपने परिवार को विजिटर वीज़ा पर सऊदी अरब ले आया था।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शुरूआत जांच से संकेत मिलता है कि घरेलू तनाव और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं ने इस घटना में योगदान दिया हो सकता है। शाहनवाज़ ने कथित तौर पर जांचकर्ताओं को बताया कि उसकी पत्नी मनोवैज्ञानिक परामर्श और उपचार ले रही थी।
इसके अतिरिक्त, रिपोर्टों में यह भी बताया गया है कि शाहनवाज अपने कामों में बहुत ज्यादा बिजी रहता था ऐसे में वो अपने परिवार को बहुत कम समय दे पाता था। शाहनवाज की पत्नी सैयदा हुमेरा अमरीने अकेलेपन और साथ की कमी के कारण शायद ऐसा खौफनाक कदम उठाया।
सऊदी रेड क्रिसेंट ने बच्चों के शवों को एक स्थानीय अस्पताल में स्थानांतरित करने में सहायता की। शौकत अली के नेतृत्व में शवों को दफनाने की कानूनी कार्यवाही आगे बढ़ रही है। अल खोबर पुलिस ने घटनाओं के सटीक क्रम का पता लगाने और हत्याओं के पीछे के मकसद की पुष्टि करने के लिए पूरी जांच शुरू कर दी है।




