भारतीय रुपये ने पहली बार दिरहम के मुकाबले 24 का स्तर छू लिया है। यह गिरावट 27 अगस्त से लागू हुई अमेरिका की ओर से भारतीय निर्यात पर 50% टैरिफ लगाने के बाद आई है।
यूएई, सऊदी अरब और खाड़ी देशों में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के लिए यह सबसे अच्छा समय माना जा रहा है क्योंकि उन्हें अपने देश पैसे भेजने पर ज्यादा रुपये मिलेंगे। फिलहाल प्रमुख रेमिटेंस प्लेटफॉर्म्स 23.95 से 24 रुपये प्रति दिरहम दे रहे हैं। एक्सचेंज हाउस 23.91 और बैंक 23.81 रुपये ऑफर कर रहे हैं। सऊदी में भारतीय प्रवासियों को 1 रियाल पर 23.51 रुपये और कतर में 1 रियाल पर 24.21 रुपये मिल रहे हैं।
रुपया कब-कब टूटा दिरहम के मुकाबले
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20 रुपये – 5 मार्च 2020
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21 रुपये – 9 मई 2022
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22 रुपये – सितंबर 2022
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23 रुपये – 29 नवंबर 2024
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24 रुपये – 29 अगस्त 2025 (नया रिकॉर्ड)
डॉलर के मुकाबले हालात
रुपया डॉलर के मुकाबले भी कमजोर होकर 88 के स्तर से नीचे चला गया और 88.31 तक पहुंचा। दिन के अंत में यह 88.20 पर बंद हुआ।
गिरावट की वजह
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अमेरिका-भारत ट्रेड टकराव और 50% टैरिफ
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विदेशी निवेशकों (FPI/FII) की भारी बिकवाली
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कमजोर कॉर्पोरेट नतीजे
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अमेरिकी बॉन्ड यील्ड बढ़ना
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तेल आयातकों की डॉलर की मांग
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ग्लोबल मार्केट में रिस्क अवॉइडेंस (निवेशकों का सतर्क रवैया




