ग्लोबल सुमूद फ्लोटिला (GSF) ने दावा किया है कि गाज़ा के लिए जा रही इसकी एक मुख्य नाव पर ट्यूनीशियाई जलक्षेत्र में ड्रोन हमला हुआ, जिसके लिए कार्यकर्ताओं ने इज़राइल को जिम्मेदार ठहराया। नाव पर मौजूद छह यात्री और क्रू सुरक्षित हैं, लेकिन पोर्तुगाल के झंडे वाली नाव के डेक और स्टोरेज हिस्से में आग लग गई।
फ्लोटिला ने हमले का वीडियो भी शेयर किया। वहीं संयुक्त राष्ट्र की फिलिस्तीन पर विशेष प्रतिनिधि फ्रांसेस्का अल्बानीज़ ने कहा कि अगर ड्रोन हमला साबित होता है तो यह ट्यूनीशिया की संप्रभुता पर हमला माना जाएगा। हालांकि, ट्यूनीशिया की नेशनल गार्ड ने ड्रोन हमले की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि जांच के शुरुआती नतीजे दिखाते हैं कि विस्फोट नाव के अंदर से हुआ और किसी ड्रोन का कोई सबूत नहीं मिला।
फ्लोटिला एक अंतरराष्ट्रीय पहल है, जो 44 देशों के प्रतिनिधियों के समर्थन से मानवीय सहायता गाज़ा तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। घटना के बाद ट्यूनीशिया के सिदी बौ सईद पोर्ट पर लोग फिलिस्तीनी झंडे लहराते हुए “फ्री फिलिस्तीन” के नारे लगाते दिखे। फ्लोटिला ने कहा कि धमकाने और रोकने की कोशिशें हमारी शांति पूर्ण मुहिम को नहीं रोक पाएंगी।




