सऊदी अरब का जेद्दा टावर अगस्त 2028 तक पूरा बनकर तैयार हो जायेगा। ये दुनिया की सबसे ऊंची इमारत के रूप में तैयार होने जा रहा है।
प्रसिद्ध आर्किटेक्ट एड्रियन स्मिथ और गॉर्डन गिल द्वारा डिज़ाइन किया गया यह प्रोजेक्ट दुबई के बुर्ज खलीफा को पीछे छोड़ देगा और जेद्दाह इकोनॉमिक सिटी का केंद्र बिंदु बनकर क्षेत्र की आर्थिक तस्वीर बदलने का लक्ष्य रखेगा। इस शानदार इमारत को लग्ज़री सुविधाओं के साथ बनाया जा रहा है और इसके पूरा होने के बाद यह आधिकारिक तौर पर बुर्ज खलीफा को पीछे छोड़ दुनिया की सबसे ऊंची इमारत कहलाएगी।
जेद्दाह टॉवर का डिज़ाइन सादगी और भव्यता का मिश्रण है, जो खजूर के पत्तों से प्रेरित है और सऊदी अरब की ‘नए विकास’ की अवधारणा को दर्शाता है। इसमें हाई-परफ़ॉर्मेंस वॉल सिस्टम होगा जो ऊर्जा की खपत कम करेगा और इमारत में बने खास डिज़ाइन वाली खिड़कियाँ छाया बनाते हुए पैनोरमिक दृश्य देंगी। ये तत्व इमारत को टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल बनाएंगे।
जेद्दाह टॉवर बनाम दुबई का बुर्ज खलीफ़ा
पूरा होने पर यह टॉवर 3,281 फीट ऊंचा होगा, जो बुर्ज खलीफ़ा से 568 फीट ऊंचा है। इसमें लग्ज़री होटल, दफ़्तर, अपार्टमेंट्स और कॉन्डोमिनियम शामिल होंगे। 157वीं मंज़िल पर बना ऑब्ज़र्वेटरी दुनिया का सबसे ऊँचा होगा। यह प्रोजेक्ट 2013 में शुरू हुआ था लेकिन कोविड-19 की वजह से रुक गया। अब निर्माण कार्य फिर से तेज़ी से जारी है और इसकी अनुमानित लागत 1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। इसमें 59 लिफ्ट और 12 एस्केलेटर वाली एडवांस्ड सिस्टम लगाया जाएगा, जो तेज़ी और तकनीकी प्रगति का प्रतीक होगा।
जेद्दाह टॉवर से शहर को कैसे फ़ायदा होगा?
जेद्दाह टॉवर के पूरा होने से सऊदी अरब में पर्यटन, आर्थिक गतिविधियों और रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे। यह प्रोजेक्ट जेद्दाह इकोनॉमिक सिटी में और विकास की नींव रखेगा और देश की विविधता एवं आधुनिकीकरण के संकल्प को और मजबूत करेगा।




