2025 के अंत तक खाड़ी देशों (GCC) में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए GCC ग्रैंड टुअर्स वीज़ा नाम से एक नया संयुक्त टूरिस्ट वीज़ा ट्रॉयल के तौर पर शुरू किया जाएगा। ट्रॉयल की सफलता के बाद इस वीजा को पूरी तरह से लागू करने की तैयारी। इस वीजा की सहायता से यात्री एक वीजा से 6 खाड़ी देशों जैसे यूएई, सऊदी, बहरीन, ओमान, कतर और कुवैत की यात्रा कर सकेंगे। उन्हें अलग-अलग खाड़ी देशों में जाने के लिए अलग-अलग वीजा की जरूरत नहीं पड़ेगी।
GCC सचिव-जनरल जासिम अल-बुदैवी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह वीज़ा अंतिम मंजूरी के चरण में है और जल्द ही इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आवेदन शुरू होगा। यह खासतौर पर खाड़ी देशों में रहने वाले विदेशी निवासियों और उनके परिवारों के लिए लाभकारी होगा, क्योंकि अब उन्हें हर देश का अलग वीज़ा लेने का झंझट नहीं रहेगा। आपको बता दें कि इस वीज़ा की वैधता 30 से 90 दिन तक हो सकती है और इसमें एक देश या पूरे छह देशों का विकल्प मिल सकता है।
संयुक्त वीज़ा पर्यटन को आसान और सस्ता बनाएगा, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं को भी मजबूती मिलेगी। यूएई में बन रही Etihad Rail जैसी नई परिवहन परियोजनाएं इस वीज़ा के साथ यात्रियों को कई देशों का सफर करने में और भी सुविधा देंगी। सऊदी अरब के विज़न 2030 प्रोजेक्ट्स जैसे नियोम, लाल सागर और अलउला जैसे सांस्कृतिक स्थल भी इससे और ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित कर पाएंगे। वर्तमान में छह देशों की सुरक्षा और तकनीकी प्रणालियों को एक करने का काम चल रहा है और उम्मीद है कि 2025 के अंत तक इसका ट्रायल सफलतापूर्वक शुरू हो जाएगा।




