ग्रीनफ़ील्ड विदेशी निवेश (FDI) प्रोजेक्ट्स में आकर्षित करने में दुबई ने फिर से दुनिया में शीर्ष स्थान हासिल किया है। फाइनेंशियल टाइम्स के fDi Markets डेटाबेस की माने तो दुबई ने 2025 की पहली छमाही में 643 नए FDI प्रोजेक्ट्स को आकर्षित किया। यह किसी भी शहर के लिए आधा साल में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
दुबई FDI पूंजी में दुनिया में दूसरे नंबर पर और नौकरियों के सृजन में तीसरे नंबर पर पहुंचा, जबकि पिछले साल यह दोनों श्रेणियों में चौथे नंबर पर था। यह सफलता Dubai Economic Agenda D33 के लक्ष्यों से मेल खाती है, जिसका उद्देश्य 2033 तक दुबई की अर्थव्यवस्था को दोगुना करना और इसे व्यवसाय और मनोरंजन के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाना है।
दुबई के क्राउन प्रिंस और UAE के उप प्रधानमंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मक़्तूम ने कहा कि यह उपलब्धि दुबई की भविष्य-दृष्टि वाली विकास योजना को दर्शाती है। उन्होंने जोड़ा, “दुबई की अर्थव्यवस्था की मजबूती और लचीलापन वैश्विक निवेशकों को भरोसा देता है कि यह भविष्य को नए सिरे से कल्पित कर सकता है और उभरते वैश्विक तकनीकी रुझानों और स्थायी क्षेत्रों को खोल सकता है।”
दुबई ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्यालय FDI प्रोजेक्ट्स में भी दुनिया में नंबर 1 का स्थान हासिल किया, जहां प्रोजेक्ट्स की संख्या H1 2024 में 20 थी और H1 2025 में बढ़कर 32 हो गई। दुबई की स्थायी गति और कॉर्पोरेट इकोसिस्टम की गहराई इसे क्षेत्रीय और वैश्विक विकास के लिए एक आकर्षक मंच बनाती है।
शहर ने ICT और इलेक्ट्रॉनिक्स, क्रिएटिव इंडस्ट्रीज, प्रोफेशनल सर्विसेज, लाइफ साइंसेज, कंज़्यूमर गुड्स, फाइनेंशियल सर्विसेज, इंडस्ट्रियल इक्विपमेंट, ट्रांसपोर्टेशन और वेयरहाउसिंग, और पर्यावरण प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में भी दुनिया में पहले स्थान पर कब्ज़ा किया।
इसके अलावा दुबई आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) और फिनटेक (FinTech) जैसे भविष्य-केंद्रित क्षेत्रों में भी शीर्ष पर रहा। दुबई का वैश्विक मार्केट शेयर 8 प्रतिशत और मध्य पूर्व के कुल ग्रीनफ़ील्ड FDI प्रोजेक्ट्स में 56 प्रतिशत है, जो इसे निवेश के लिए एक प्रमुख हब बनाता है।




