हल्द्वानी स्थित Kalyan Jewellers की एक गोल्ड सेविंग स्कीम को लेकर ग्राहक ने सोशल मीडिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्राहक ममता राजपूत ने LinkedIn पर पोस्ट लिखते हुए कहा कि उनकी गोल्ड सेविंग स्कीम अगस्त 2025 में पूरी हो चुकी थी, लेकिन दो बार स्टोर जाने के बावजूद उन्हें गोल्ड कॉइन नहीं दिया गया और उल्टा नए (ज़्यादा) गोल्ड रेट पर भुगतान करने का दबाव बनाया गया।
क्या है पूरा मामला?
ग्राहक के अनुसार:
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अगस्त 2025: स्कीम पूरी हो गई, गोल्ड कॉइन ड्यू था
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07 सितंबर 2025: स्टोर गईं, लेकिन स्टाफ ने बिना कारण कॉइन देने से मना कर दिया
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शिकायत करने पर ग्राहक-सेवा (Customer Care) ने कॉइन देने की बात मानी
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कुछ दिनों बाद कॉल पर बताया गया कि स्टॉक उपलब्ध नहीं है, और 2–3 महीने बाद मिलेगा, लेकिन भविष्य का गोल्ड रेट देना होगा
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15 सितंबर 2025: दोबारा विजिट पर भी उसी दिन का गोल्ड रेट लागू किया गया, जबकि देरी स्टोर की वजह से हुई थी
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ग्राहक का कहना है कि “जब गलती और देरी स्टोर की है, तो भाव (rate) का नुकसान ग्राहक क्यों झेले?”
ग्राहक की मांग क्या है?
ममता राजपूत का कहना है कि:
“मेरी स्कीम अगस्त में पूरी हो चुकी थी, इसलिए मुझे वही दर (gold rate) लागू होना चाहिए। स्टॉक की कमी और देरी की जिम्मेदारी ग्राहक की नहीं है।”
ग्राहक ने 7 सितंबर की विजिट का सबूत (प्रूफ) और ईमेल भी कंपनी को भेजे हैं।

कंपनी की ओर से क्या प्रतिक्रिया?
फिलहाल इस मामले पर Kalyan Jewellers की कोई आधिकारिक पब्लिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। ग्राहक के अनुसार, कॉल पर सिर्फ “स्टॉक उपलब्ध नहीं” और “भविष्य का रेट देना होगा” कहा गया।
अगर किसी ग्राहक के साथ ऐसा हो तो शिकायत कहाँ करें?
किसी भी ज्वेलरी स्टोर में स्कीम, बिलिंग या मिसमैनेजमेंट का मामला होने पर ग्राहक इन जगहों पर शिकायत कर सकता है:
| प्लेटफ़ॉर्म | कहाँ शिकायत करें |
|---|---|
| कंपनी का Grievance Email | customer care + zonal head |
| राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (NCH) | 1915 या www.consumerhelpline.gov.in |
| Consumer Court / E-Daakhil Portal | https://edaakhil.nic.in |
| BIS (यदि ज्वेलरी BIS हॉलमार्क की है) | bis.gov.in पर शिकायत |
सलाह: शिकायत करते समय स्कीम रिसीट, डेट, विजिट प्रूफ, कॉल/ईमेल रिकॉर्ड, और बिल की कॉपी हमेशा साथ संलग्न करें — ऐसे मामलों में कार्रवाई तेज़ होती है।




