हांगकांग के Tai Po जिले में स्थित Wang Fuk Court हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग में कम से कम 75 लोगों की मौत हो गई है और लगभग 279–300 लोग अब भी लापता हैं। आठ में से सात टावर आग की चपेट में आ गए और मौके पर 700 से ज़्यादा फायरफाइटर्स तैनात किए गए। शुरुआती जांच में निर्माण कंपनी की लापरवाही सामने आई है।
Key Highlights
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31-मंजिला टावरों वाले इस कॉम्प्लेक्स में आग 26 नवंबर को लगी
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75 की मौत की पुष्टि, 279–300 लोग लापता
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7 ब्लॉक पूरी तरह आग से प्रभावित
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767 फायरफाइटर्स, 128 फायर इंजिन, 57 एम्बुलेंस मौके पर
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बांस के मचान और प्लास्टिक/फोम ने आग को तेज फैलाया
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जांच में सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की पुष्टि
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निर्माण कंपनी के 3 अधिकारी गिरफ्तार: मर्डर/मैनस्लॉटर की जांच
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हजारों लोग बेघर — सरकार ने राहत शिविर खोले

हांगकांग के Tai Po जिले में Wang Fuk Court हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में बुधवार को लगी आग अब “शहर के इतिहास की सबसे भयावह आपदाओं में से एक” मानी जा रही है। 31 मंजिला टावरों वाले इस बड़े रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में देखते-ही-देखते आग फैल गई और आठ में से सात ब्लॉक पूरी तरह प्रभावित हो गए।
स्थानीय प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों (Reuters, Wikipedia रिपोर्ट्स) के अनुसार, अब तक 75 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 279–300 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। घटना की गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि 767 फायरफाइटर्स, 128 फायर इंजिन, 57 एम्बुलेंस और भारी पुलिस बल को मौके पर भेजा गया।
प्रारंभिक जांच संकेत देती है कि रेनोवेशन के दौरान लगाया गया bamboo scaffolding (बांस का मचान) और उस पर चढ़ाया गया ज्वलनशील प्लास्टिक/फोम आग के तीव्र प्रसार का मुख्य कारण बना। अधिकारियों ने यह भी माना कि कई स्तरों पर सुरक्षा मानकों का उल्लंघन हुआ।
पुलिस ने जांच आगे बढ़ाते हुए निर्माण कंपनी के दो निदेशकों और एक प्रोजेक्ट कंसल्टेंट को मर्डर या मैनस्लॉटर के शक में गिरफ्तार कर लिया है। अभी भी कई ब्लॉक असुरक्षित हैं और हजारों निवासी बेघर हो चुके हैं, जिनके लिए सरकार ने अस्थायी आश्रय शिविर तैयार किए हैं।




