अदानी समूह नये क्षेत्रों में प्रवेश के लिए तैयार, तैयार कर रहा है न्यूक्लियर ऊर्जा परियोजना
उर्जा के क्षेत्र में नई दिशा: अदानी समूह ने न्यूक्लियर ऊर्जा में प्रवेश की योजना बनाई
अदानी समूह, जिसे व्यापार टाइकून गौतम अदानी द्वारा संचालित किया जा रहा है, अब न्यूक्लियर ऊर्जा क्षेत्र में कदम रखने की तैयारी में है। यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब सरकार ऊर्जा स्रोतों को विविधता प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि fossil fuels पर निर्भरता को कम किया जा सके।
उत्तर प्रदेश सरकार के साथ वार्ता जारी: संयंत्र के लिए उपयुक्त स्थान की खोज
हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार अभी तक अदानी समूह के प्लांट के लिए एक उपयुक्त स्थान खोजने में असफल रही है। यह यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि रिएक्टर के लिए निरंतर जल आपूर्ति उपलब्ध हो सके। अदानी समूह ने यूपी सरकार के अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर बातचीत शुरू कर दी है, जबकि कई अन्य बड़े भारतीय समूह भी इस उभरते क्षेत्र में प्रवेश करने की योजनाएँ बना रहे हैं।
सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर आधारित परियोजना
इस परियोजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत क्रियान्वित किया जाएगा। एनपीसीआईएल (Nuclear Power Corporation of India Limited) अदानी समूह द्वारा प्रस्तावित संयंत्र का संचालन करेगा। भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) अब उस 200 मेगावॉट के छोटे माड्यूलर रिएक्टर्स (SMRs) के डिजाइन और विकास पर काम कर रहा है, जिन्हें अदानी समूह स्थापित करने की योजना बना रहा है। सरकारी स्वीकृति के बाद, इस परियोजना को पूरा होने में लगभग पांच से छह वर्ष का समय लग सकता है।
न्यूक्लियर क्षेत्र में बढ़ती निवेश की संभावना
हाल ही में संसद ने न्यूक्लियर उद्योग को निजी कंपनियों के लिए खोले जाने को मंजूरी दी है। भारत में वर्तमान में लगभग दो दर्जन न्यूक्लियर पावर प्लांट संचालित हो रहे हैं, जो देश की कुल ऊर्जा उत्पादन में लगभग 3 प्रतिशत का योगदान करते हैं। योजना है कि इनकी क्षमता को वर्तमान 8780 मेगावॉट से बढ़ाकर 13600 मेगावॉट करने के लिए विभिन्न चरणों में परियोजनाएँ लागू की जाएँ। इस क्षेत्र में अधिक निवेश और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए निजी कंपनियों के प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
अदानी समूह की इस नई पहल के साथ-साथ, न्यूक्लियर ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार की यह प्रक्रिया भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी।





