राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। दक्षिणी और पश्चिमी दिल्ली के लाखों वाहन चालकों को जल्द ही बंपर-टू-बंपर ट्रैफिक से राहत मिलने वाली है। इन इलाकों की तीन प्रमुख सड़कों को सिग्नल-फ्री बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके तहत चौराहों से लाल बत्तियों (ट्रैफिक सिग्नल) को हटाकर यू-टर्न और अंडरपास आधारित व्यवस्था लागू की जाएगी, जिससे वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक नहीं लगेगा।
ट्रैफिक पुलिस, पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई मिलकर तैयार कर रहे हैं नया रोडमैप, सिग्नल की जगह यू-टर्न से नियंत्रित होगा यातायात
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, लोक निर्माण विभाग (PWD) और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं। योजना का मुख्य उद्देश्य सड़कों पर वाहनों के दबाव को कम करना और आवाजाही को सुगम बनाना है। नई व्यवस्था के तहत संबंधित सड़कों पर मौजूद ट्रैफिक सिग्नलों को हटा दिया जाएगा और उनकी जगह यू-टर्न और सर्विस लेन का इस्तेमाल कर ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। इससे न केवल जाम खत्म होगा, बल्कि वाहन चालक बिना किसी रुकावट के अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
जनवरी से चरणबद्ध तरीके से लागू होगी नई व्यवस्था, संसाधनों की खरीद और बैरिकेडिंग की प्रक्रिया शुरू
परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। पीडब्ल्यूडी ने आवश्यक स्थानों पर यू-टर्न बनाने के लिए बैरियर और अन्य जरूरी संसाधनों की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक, जनवरी माह से इन सड़कों पर नए ट्रैफिक पैटर्न को लागू करने की शुरुआत की जाएगी। उन सड़कों को प्राथमिकता दी जा रही है, जहां रोजाना 10 से अधिक ट्रैफिक सिग्नल पड़ते हैं और पीक आवर्स में वाहन चालकों को लंबे जाम का सामना करना पड़ता है। सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है और अब इसे लागू करने की बारी है।
बिना रुके फर्राटा भर सकेंगे वाहन, ईंधन की होगी बचत और पैदल यात्रियों की सुरक्षा का भी रखा जाएगा पूरा ध्यान
इस योजना के लागू होने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वाहनों को बार-बार रेड लाइट पर रुकना नहीं पड़ेगा, जिससे यात्रा के समय में भारी कमी आएगी। इसके साथ ही, बार-बार रुकने और चलने से होने वाली ईंधन की बर्बादी भी रुकेगी। हालांकि, सिग्नल-फ्री कॉरिडोर बनाते समय सुरक्षा के मानकों का भी ध्यान रखा जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस ने उन स्थानों को चिह्नित किया है जहां पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में दिक्कत हो सकती है या दुर्घटना का खतरा है। ऐसे स्थानों पर सुरक्षा के वैकल्पिक इंतजाम किए जाएंगे ताकि तेज रफ्तार ट्रैफिक के बीच आम लोगों को परेशानी न हो।





