सरकार ने नए फैसले लेते हुए पुराने सारे सरकारी गाड़ियों को Scrap करने का आदेश पारित कर दिया है. इसमें वह सारे सरकारी गाड़ियां शामिल हैं जो 15 वर्ष का समय सड़कों पर पूरा कर चुके हैं. गिनती में बात की जाए तो 900000 (9 लाख) सरकारी गाड़ियों को सड़कों से हटाया जाएगा.
नई गाड़ियां केवल इलेक्ट्रिक या अल्टरनेटिव फ्यूल होंगी.
कबाड़ घोषित करने के उपरांत उनके जगह पर जो नई गाड़ियां बहाल होंगी उन्हें अब केवल इलेक्ट्रिक गाड़ियां या फिर वैकल्पिक ईंधन से चलने वाली गाड़ियां के तौर पर बहाल की जाएंगी. नितिन गडकरी ने अपने बयान में बताया कि वह इस कदम से तेल आयात पर जाने वाले बिल में कटौती होगी.
10 लाख बस को किया जाएगा इलेक्ट्रिक.
लक्ष्मी यह भी रखा गया है कि भारतीय सड़कों पर दौड़ने वाले 1000000 बसों को जल्द ही इलेक्ट्रिक बस के तौर पर बहाल किया जाएगा. इसका सीधा फायदा आम जनता को दिया जाएगा और घटे हुए रियायत दरों पर हम लोगों को किराया देकर यात्रा करने की खुशखबरी दी जाएगी.
SkyBus सेवा होगी शुरू
भारत में एक भविष्य के तौर पर दौड़ने के लिए यात्रा सेवाओं में स्काईबस सेवाओं को भी शुरू किया जाने वाला है. यह एक ऐसा बस सेवा होगा जो रेलवे ट्रैक पर ट्राम की तरह ही दौड़ेगा लेकिन इसके रेलवे ट्रैक नीचे सड़कों पर होने के बजाय ऊपर पिलर पर होंगे. यह जर्मनी की टेक्नोलॉजी जल्द ही भारत के अन्य सड़कों पर और रूटों पर दिखने लगेगी.
अभी दौड़ रही है चेन्नई में.
कोंकण रेलवे के द्वारा इसे चेन्नई की सड़कों पर दौड़ा दौड़ाकर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर टेस्टिंग किया जा चुका है.
अब दौड़ेगी इन रूट पर.
नितिन गडकरी ने इस प्रोजेक्ट को देश भर के महत्वपूर्ण इलाकों में ले जाने का फैसला किया है और इस क्रम में कुछ इस प्रकार के रूटों पर इसे दौड़ाने का प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है.
बेंगलुरु के शहरों में ट्रैफिक समस्या को कम करने के लिए किया जाएगा प्रयोग.
दिल्ली के धौलाकुआं से लेकर मानेसर तक इस यात्रा व्यवस्था को लागू किया जाएगा.