परोपकार और धर्म में करते हैं यकीन
परोपकार और धर्म के रास्ते पर चलने वाले लोगों को वैसे तो शांति के सेवा किसी और चीज की तमन्ना नहीं होती है लेकिन जिंदगी उन्हें इसके बदले में खूबसूरत तोहफे देना नहीं भूलती। जिन्दगी का असली मकसद देने में है, इस बात पर विश्वास करने वाले लोहगढ़ गांव के गुरदेव सिंह भी समाज के लिए मिशाल हैं।
दरअसल, उन्होंने बैसाखी बंपर में ढाई करोड़ का पहला इनाम जीत लिया है। वह खुद अपने परिवार का पालन पोषण रिक्शा चलाकर करते हैं। जिंदगी ने उन्हें उनकी ईमानदारी का ईनाम दिया है जिसके बाद उनकी दुनिया बदल गई है। उन्होंने 500 रुपए में लॉटरी टिकट खरीदा था।
रातों-रात बनें करोड़पति, लोगों को हादसे से बचाने के लिए भरते थे सड़कों के गड्ढे
गुरदेव सिंह रिक्शा चलाने का काम ईमानदारी से करते हैं। साथ ही जहां भी सड़क खराब रहती थी वहां सड़कों के गड्ढे खुद भरते थे। वह लोगों को हादसे से बचाने की कामना करते हैं।
गुरदेव सिंह रातों-रात करोड़पति बन गए हैं। उन्होंने इस जीत पर खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि भगवान ने मेरी मेहनत का इनाम दिया है। उन्होंने कहा है कि वह इन पैसों से घर बनवाएंगे और अपने पोते-पोतियों को अच्छी शिक्षा देंगे।