स्थानीय तहसील क्षेत्र के लोगों के लिए खुशखबरी है। तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के कई गांवों को जोड़ते हुए वाराणसी को जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस वे एनएच 727 बी सड़क निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य शुरू हो गया है।
सड़क निर्माण की मंजूरी मिलने के बाद इस महत्वपूर्ण सड़क के लिए भूमि का सीमांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी है। शासन के निर्देश पर एनएचएआई व परिवहन निर्माण कार्य के अधिकारियों ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे सड़क के लिए भूमि सीमांकन कर पिलर लगवाना शुरू कर दिया है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे वाराणसी से तमकुहीराज को जोड़ने वाली एनएच 727 बी सड़क के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद निर्माण कार्य से जुड़े एनएचएआई व सड़क परिवहन विभाग के अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों में जुट गए हैं। रविवार को निर्माण कार्य से संबंधित अधिकारियों ने सड़क निर्माण के लिए भूमि का सीमांकन कर पिलर लगवाया।
वाराणसी का सफ़र होगा आधा
निर्माण कार्य से जुड़े अधिकारियों ने बिहार बार्डर से सटे समउर बाजार से तमकुहीराज कस्बे तक लगभग 7.800 किलोमीटर सड़क की भूमि का सीमांकन कराकर प्रस्तावित सड़क के लिए दोनों तरफ पिलर नसब कराया। सड़क के लिए भूमि चिन्हित कर पिलर लगाए जाने के बाद लोगो में इस सड़क के बनाये जाने को लेकर खासा उत्साह है। इस सड़क के बन जाने के बाद तमकुहीराज से बनारस की दूरी आधी हो जाएगी। इस सड़क निर्माण कार्य की कवायद में जुटे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे 727 बी निर्माण प्रक्रिया को लेकर तेजी से कार्य किया जा रहा है। सीमांकन कर स्थान चिन्हित कर पिलर लगाए जाने के बाद भूमि अधिग्रहण की कारवाई प्रारंभ की जाएगी।
इन इलाको से जुड़ा Expressway
एनएचएआई की ओर से बताया गया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सड़क निर्माण की अधिसूचना जारी कर देवरिया जनपद के तहसीलदार भाटपाररानी एवं सलेमगढ़ तथा कुशीनगर के तहसीलदार तमकुहीराज को प्रस्तावित सड़क का सीमांकन कर भूमि अधिग्रहण करने का निर्देश जारी किया गया है। देवरिया जिले के भाटपार रानी में यह सड़क भिंगारी बाजार से होकर गुजरेगी। कुशीनगर में सलेमगढ़ व समउर बाजार आदि के करीब 7.800 किमी क्षेत्र में इसका निर्माण किया जाना है। सड़क बिहार के भोरे व कटेया आदि इलाकों से भी कनेक्ट होगी।