भीषण गर्मी से बचने के लिए अगर आप भी मेरे जैसे मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं तो जरूर कूलर के दाम और उसके काम को निहार रहे होंगे. जब कूलर को निहार रहे होंगे तब जरूर सोच रहे होंगे कि प्लास्टिक वाला ले लो जो थोड़ा सस्ता है या फिर मेटल वाला लेकर जाऊं.
एयर कंडीशन की बात इसलिए नहीं करता हूं क्योंकि मध्यम वर्गीय परिवार में एयर कंडीशन खरीदना जहां एक काम दिखता है वही हर महीने आने वाला महंगा बिजली बिल दाल रोटी और नमक तीनों का पैसा लेकर चला जा सकता है. इससे आगे आप समझदार हैं.
इस पोस्ट में चर्चा करेंगे कि प्लास्टिक और मेटल के कूलर लेने में क्या मुनाफा और नुकसान है साथ ही साथ बिजली से लगने वाले करेंट और जल्दी ठंड आने वाले कारकों को एक्सपीरियंस के तौर पर शेयर करेंगे।
गर्मी से राहत मिलने की दूर-दूर तक कोई उम्मीद नहीं है. हर कोई गर्म मौसम से बेहाल है. ऐसे में हर कोई AC में रहकर ठंडी हवा खा पाए, ऐसा मुमकिन नहीं है. कई लोग तो पंखे से ही काम चला रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों का बजट कूलर खरीदने का होता है.
अब जब कूलर की बात आती है तो मन में सवाल उठता है कि कौन-सा कूलर खरीदा जाए, प्लास्टिक की बॉडी वाला या हमेशा से चल रहा लोहे की बॉडी वाला. हर कोई यही सोचता है कि कौन-सा कूलर लिया जाए, जिससे ज्यादा ठंडी हवा मिले. तो आइए आज हम बताते हैं कि कौन से कूलर से कमरे को तेजी से ठंडा करता है.
सबसे पहले Plastic Cooler की बात करें तो प्लास्टिक एयर कूलर हल्के होते हैं और आसानी से इधर-उधर हो जाते हैं, जो उन्हें घर या ऑफिस के विभिन्न कमरों में इस्तेमाल करने के लिए बेस्ट बनाते हैं. साथ ही प्लास्टिक की बॉडी होने की वजह से इसमें करंट लगने का खतरा भी कम रहता है.
मेटल एयर कूलर की तुलना में ये ज्यादा किफायती होते हैं, जो कई लोगों के लिए एक ज़रूरी फैक्टर हो सकता है. प्लास्टिक एयर कूलर डिजाइन, कलर और साइज़ के आधार पर कई ऑप्शन में उपलब्ध हैं, जिससे आप अपनी पसंद का कूलर ले पाते हैं.
अगर हेवी कूलिंग की ज़रूरत है तो मेटल एयर कूलर एक बेहतरीन ऑप्शन है. ये प्लास्टिक एयर कूलर से ज्यादा महंगे ज़रूर होते हैं, लेकिन ये कई फायदे के साथ आते हैं. मेटल कूलर में ज़्यादा मजबूत मोटर और पंखा लगा होता है, जो ज्यादा हवा फेंकने का काम करता है. प्लास्टिक कूलर की तुलना में मेटल एयर कूलर ज्यादा टिकाऊ होते हैं.
ये कहना गलत नहीं होगा कि मेटल कूलर प्लास्टिक एयर कूलर से ज़्यादा समय तक चल सकते हैं. हालांकि मेटल एयर कूलर के भी कुछ नुकसान हैं. ये कूलर प्लास्टिक एयर कूलर से बड़े होते हैं. साथ ही इनमें व्हील नहीं लगी होती जिससे इन्हें एक जगह से दूसरी जगह ले जाना मुश्किल हो जाता है.
अगर बात करें कूलिंग की तो दोनों ही तरह के कूलर अच्छे हैं, परंतु ज्यादा कूलिंग के लिए आपको मेटल अथवा लोहे की बॉडी वाले कूलर को चुनना चाहिए. जैसे जैसे लोहे की दीवारों के साथ लगे पैड्स पर पानी गिरता है तो लोहा जल्दी ठंडा होता है और काफी ज्यादा गर्मी को बाहर ही रोक देता है. पानी की ट्रे भी ठंडी हो जाती है और ठंडे पानी के प्रवाह के चलते यह कूलर जल्दी और ज्यादा ठंडक देने लगता है. अगर कूलर छाया में रखा गया है तो वह और भी ज्यादा कूलिंग करेगा. इसके विपरीत प्लास्टिक के कूलर की बॉडी सामान्य ताप पर रहती है और जल्दी से ठंडी नहीं होती है