भारत में सावन की दस्तक के साथ ही बारिशों की ताजगी आती है। लेकिन, कभी कभी यह बारिशें बाढ़ का रूप ले लेती हैं और इससे गाड़ियों को बहुत नुकसान पहुंचता है। ऐसे समय में, क्या आपकी कार का इंश्योरेंस आपकी मदद करेगा?
इंश्योरेंस लेने से पहले यह बातें ध्यान रखें
कार का इंश्योरेंस लेने से पहले, कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। यहां हम कुछ मुख्य बिंदुओं पर चर्चा कर रहे हैं:
- कॉम्प्रेहेन्सिव पॉलिसी: कार का इंश्योरेंस हमेशा कॉम्प्रेहेन्सिव पॉलिसी के अंतर्गत ही करवाएं। इस पॉलिसी में इंजन प्रोटेक्शन कवर जरूर शामिल होना चाहिए। इसके लिए आपको थोड़ा अतिरिक्त प्रीमियम देना पड़ सकता है, लेकिन यह आपके लिए बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा।
- एड ऑन कवरेज: एड ऑन के तौर पर ‘रिटर्न टू इन्वाइस’ जरूर लें। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यदि आपकी कार को बाढ़ के दौरान इतना नुकसान हो जाता है कि उसे ठीक नहीं किया जा सकता, तो इस एड ऑन के माध्यम से आपको आपकी कार की पूरी कीमत मिल सकती है। यह कवरेज एक्ट ऑफ गॉड (बाढ़, भूकंप, तूफान आदि) के दौरान होने वाले नुकसान को भी कवर करता है।
बाढ़ में बही कार का क्लेम कैसे मिलता है?
बाढ़ में अगर आपकी कार बह जाती है, तो आपको सबसे पहले पुलिस को इसकी सूचना देनी होगी। इसके बाद आपको आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट, कार के रजिस्ट्रेशन पेपर्स, और इंश्योरेंस की कॉपी संग्रहित करके इंश्योरेंस कंपनी को देनी होगी। इन सभी दस्तावेजों के प्राप्त होने के बाद, कंपनी आपकी कार का मूल्यांकन करेगी और क्लेम राशि निर्धारित करेगी।
सूचना तालिका: कार के इंश्योरेंस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
Important Information | Details |
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Policy Type | Comprehensive policy |
Addon | Engine Protection Cover |
Addon | Return to Invoice |
Benefit of Addon | Covers total loss of car, gets the inspection value of the car during floods |
Claim Process | Inform police, submit disaster department report, registration papers and insurance copy to the insurance company |
Claim Settlement | After evaluation of vehicle’s value at the time of disaster, check of claim amount is issued |
Additional Benefit | Insurance covers engine damage due to floods with engine protection |