टमाटर के बढ़ते दामों से परेशान उपभोक्ताओं की सहायता के लिए भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) ने शुक्रवार से दिल्ली-एनसीआर में 90 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू करने की घोषणा की है।
टमाटर के बढ़ते दाम: एक गहन समस्या
देश के विभिन्न हिस्सों में टमाटर की खुदरा कीमत 224 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुँच गई है, जिसके परिणामस्वरूप उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस उच्च मूल्य वृद्धि को देखते हुए सहकारी संस्थाओं को केंद्र सरकार ने टमाटर बेचने के निर्देश दिए हैं।
एनसीसीएफ की प्रतिक्रिया और उपाय
एनसीसीएफ ने घोषणा की है कि वे टमाटर की बिक्री शुरू करेंगे, जिसकी शुरुआत वे अपने कार्यालय से करेंगे, जो नोएडा के रजनीगंधा चौक पर स्थित है। इसके अलावा, वे ग्रेटर नोएडा और अन्य स्थानों पर भी टमाटर बेचने जा रहे हैं।
अधिक स्थानों तक पहुंचने के लिए शनिवार से मोबाइल वैन की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि एनसीसीएफ राष्ट्रीय राजधानी में मदर डेयरी से अपने सफल खुदरा दुकानों के माध्यम से रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री के बारे में भी बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के प्रमुख उत्पादक केंद्र मदनपल्ली से टमाटर से लदे ट्रक की पहली खेप रात में आने वाली है।
उपभोक्ता मामलों के सचिव ने कहा कि नेफेड अगले 2-3 दिनों में अन्य शहरों में रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री भी शुरू करेगा। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, टमाटर का औसत अखिल भारतीय खुदरा मूल्य बृहस्पतिवार को 114.72 रुपये प्रति किलोग्राम था, जबकि अधिकतम दर 224 रुपये प्रति किलोग्राम और न्यूनतम दर 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
महानगरों में बृहस्पतिवार को दिल्ली में टमाटर 168 रुपये प्रति किलोग्राम था। इसके बाद मुंबई में 160 रुपये प्रति किलोग्राम, कोलकाता में 143 रुपये प्रति किलोग्राम और चेन्नई में 132 रुपये प्रति किलोग्राम था।
टमाटर की कीमतें आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर की अवधि के दौरान बढ़ती हैं, जो आम तौर पर कम उत्पादन वाले महीने होते हैं। मानसून के कारण आपूर्ति में व्यवधान के कारण भी दरों में तेज वृद्धि हुई है।