इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नवीनतम नोटिस की वजह से वह व्यक्ति जो अपनी मुख्य नौकरी के अलावा अन्य जगह से भी आजीविका अर्जित कर रहे हैं, अब ध्यान केंद्र में हैं।
मूनलाइटिंग: क्या है और इसका प्रसार कैसे हुआ?
कोरोना वायरस के महामारी के कारण अधिकांश कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा प्रदान की। इसका परिणामस्वरूप, कई लोगों ने एक से अधिक परियोजना पर काम करके अतिरिक्त आजीविका की तलाश की। यह प्रक्रिया को मूनलाइटिंग के रूप में जाना जाता है।
आईटी विभाग की कार्रवाई
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ऐसे सभी व्यक्तियों को नोटिस जारी किया है जिन्होंने इस प्रकार की अतिरिक्त कमाई को अपने टैक्स रिटर्न में नहीं दर्ज किया है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां
कई बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियां जैसे कि विप्रो, इंफोसिस और टीसीएस ने ऐसे कर्मचारियों को उनकी सेवाओं से मुक्त कर दिया है जो मूनलाइटिंग कर रहे थे।
महत्वपूर्ण जानकारी: संख्या में परिणाम
शीर्षक | विवरण |
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वित्त वर्ष | 2019-2020 और 2020-2021 |
नोटिस प्राप्तकर्ता | 1,100 से अधिक कर्मचारियों को |
प्रमुख आईटी सेक्टर | विप्रो, इंफोसिस, टीसीएस |
मूनलाइटिंग के स्थल | आईटी, अकाउंटिंग, प्रबंधन |
आखिरकार, इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि कर्मचारियों को चाहिए कि वे सभी स्रोतों से होने वाली आजीविका को उचित रूप से घोषित करें और इस पर उचित टैक्स चुकाएं।