पटना: बिहार के राजधानी पटना में एक घटना सामने आई है जिसने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले के बारे में बहस छेड़ दी है। एक वायरल वीडियो के अनुसार, मुख्यमंत्री के काफिले के दौरान पुलिस प्रशासन ने एक मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस को रोक दिया।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस ने मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस को रोककर उसे तब तक रोके रखा, जब तक मुख्यमंत्री का काफिला पास से नहीं गुजर गया। इस घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या मरीज की जान से ज्यादा महत्वपूर्ण है मुख्यमंत्री का काफिला?
इस घटना की जानकारी मिलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया है और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर जोरदार बहस चल रही है। लोग पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को निंदा कर रहे हैं।
पटना में मुख्यमंत्री के काफिले के दौरान पुलिस प्रशासन ने मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस को रोक दिया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि नीतीश कुमार की पुलिस ने इंसानियत को ताक पर रखकर एंबुलेंस को तब तक रोके रखा जब तक की सीएम का काफिला पास नहीं हो गया।#Patna #NitishKumar… pic.twitter.com/hMe8a8Rz4y
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) August 22, 2023
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यह घटना एक बार फिर से वीआईपी कल्चर और उसके दुष्प्रभावों को चर्चा में ला रही है। यह भी देखने को मिल रहा है कि कैसे सरकारी मशीनरी और प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से अनजान रहते हुए वीआईपी लोगों की खिदमत में लग जाती है।