टैक्स में बदलाव, जेब पर क्या होगा असर?
केंद्र सरकार ने कच्चे पेट्रोलियम पर विंडफॉल टैक्स को 6,700 रुपये प्रति टन कर दिया है। यह नई कीमत 2 सितंबर से लागू होगी। साथ ही, डीजल के निर्यात पर टैक्स भी बढ़ाकर 6 रुपये प्रति लीटर किया गया है।
Impact of Windfall Tax on Crude Oil, Diesel Export Tax Increase, and Jet Fuel Levy
क्या है विंडफॉल टैक्स और इसका इतिहास?
विंडफॉल टैक्स का मतलब है कि सरकार ने जो कच्चे पेट्रोलियम का निर्यात किया, उस पर लगाया गया शुल्क। यह टैक्स पहली बार 1 जुलाई, 2022 को लगाया गया था।
सरकार का टैक्स कलेक्शन: 40,000 करोड़ की कमाई का अनुमान
सरकार ने कहा है कि इस शुल्क से उनकी कमाई वित्त वर्ष 2023 में लगभग 40,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
डीजल और जेट फ्यूल पर टैक्स: बढ़ोतरी के नए दायरे
डीजल के निर्यात पर टैक्स 5.50 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 6 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। वहीं, जेट फ्यूल या एटीएफ पर शुल्क में दोगुना बढ़ोतरी होगी, जो अब 2 रुपये से बढ़कर 4 रुपये हो जाएगा।
टैक्स में बदलाव, आर्थिक दृष्टिकोण
केंद्र सरकार के इस नए निर्णय से टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी होने की संभावना है, लेकिन इसका असर जनता की जेब पर भी पड़ सकता है। इसके अलावा, इंधन की कीमतों में भी बदलाव हो सकते हैं। इसलिए, इस नए निर्णय के आर्थिक प्रभाव को देखते हुए, सरकार को इसे सोच समझ कर लागू करना चाहिए।