पिछले कुछ दिनों में शेयर बाजार में काफी हलचल मची हुई है, खासकर आदानी समूह के शेयरों को लेकर। आदानी ग्रीन एनर्जी और आदानी एनर्जी सोल्यूशंस के शेयरों को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में पहले चरण के अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी उपायों (ASM स्टेज-1) के अधीन रखा गया है। यह कदम अमेरिकी अभियोजन द्वारा आदानी समूह के चेयरमैन गौतम आदानी और उनके भतीजे सागर आदानी पर भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के आरोपों के बाद उठाया गया है।
ASM क्या है?
यह सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) और स्टॉक एक्सचेंजों की एक पहल है, जिसमें शेयरों को निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए अल्पकालिक या दीर्घकालिक ढांचे में रखा जाता है।
ASM के तहत शेयरों को रखने का अर्थ है कि व्यापारी उन्हें इंट्राडे लीवरेज का उपयोग नहीं कर सकते, और उनके 100 प्रतिशत व्यापार मूल्य को मार्जिन के रूप में रोका जाता है। यह जोखिम भरे और सट्टेबाज ट्रेडों को नियंत्रित करता है, जिससे हानि को न्यूनतम किया जा सके।