दुबई की चमक-दमक हर साल हज़ारों नौकरीपेशा युवाओं को आकर्षित करती है। लेकिन इस खूबसूरती के पीछे एक स्याह सच भी छिपा है जिसका सामना 21 साल की एक भारतीय लड़की ने किया, जिसने UAE का रुख़ किया था अपने करियर को दोबारा शुरू करने के सपने के साथ। लेकिन हकीकत कुछ और ही निकली: शोषण, अपमान और मानसिक टूटन।
दो महीने, पांच नौकरियां लेकिन एक भी स्थिर नहीं
एक भावुक और दर्द भरी कहानी में, जिसे उसने रात 3 बजे आंसूओं के बीच लिखा, वह बताती है कि कैसे उसने सिर्फ दो महीनों में पाँच अलग-अलग नौकरियां कीं और हर जगह उसे अस्थिरता और अपमान ही मिला।
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पहला नियोक्ता: ऑफर लेटर देने से मना कर दिया
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दूसरा: कहा – “तुम स्पेशल नहीं हो”, और निजी नंबर से जबरन सेल्स कॉल करवाए
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तीसरा: वीज़ा प्रोसेसिंग का वादा किया लेकिन विज़िट वीज़ा पर ही काम करवा कर छोड़ दिया
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चौथा: बिना वेतन के सैकड़ों कॉल करवाई, लेकिन नौकरी की पुष्टि कभी नहीं की
तुम्हें सेल्स में आगे बढ़ना है तो मेकअप करो, स्किन दिखाओ
उसका पांचवां अनुभव सबसे अपमानजनक था। एक साउथ इंडियन कंपनी में, मैनेजर ने उसके लुक्स पर ताना मारा और कहा कि अगर उसे सेल्स में सफल होना है, तो उसे मेकअप करना होगा और शरीर दिखाना होगा।
उसने साहस के साथ जवाब दिया आप जैसे लोगों को लगता है दुनिया आपके इर्द-गिर्द घूमती है… मैं सिर्फ मेकअप और मिनी स्कर्ट नहीं हूं। मैं जा रही हूं और नौकरी छोड़ दी।
थकी हुई ज़िंदगी: काम ज़्यादा, वेतन कम
आज वह एक स्थिर नौकरी में है, लेकिन हालात बहुत नहीं बदले। वह एक ही वेतन पर मार्केटिंग, वेब डेवेलपमेंट, डिज़ाइन जैसे कई काम कर रही है। न कोई कार, न मौज-मस्ती, साझा कमरा फिर भी वह टूटी हुई और आर्थिक तंगी में है।
दुबई एक ब्लिंग है – लेकिन सिर्फ खास लोगों के लिए
वह कहती है दुबई बिज़नेस शुरू करने के लिए एक शानदार जगह है, लेकिन अगर आप 9 से 6 की नौकरी करते हैं, तो यह शहर आपकी रूह तक चूस लेगा।
उसकी कहानी वायरल हो गई है और कई युवा प्रवासी इससे खुद को जुड़ा हुआ महसूस कर रहे हैं जो दुबई के “सपनों की दुनिया” के पीछे छिपी कठोर सच्चाई को सामने ला रही है।




