गाज़ा में जंग थमने के बाद इलाका कौन चलाएगा, इस पर बड़ी खबर सामने आई है। काहिरा में हुई बैठक में हमास सहित सभी बड़े फ़लस्तीनी गुटों ने यह मान लिया है कि अब गाज़ा का कामकाज एक नई कमेटी संभालेगी। यह कमेटी नेताओं की नहीं, बल्कि तकनीकी जानकार और पढ़े-लिखे लोगों (टेक्नोक्रेट्स) की होगी।
🏛️ कमेटी कैसे चलेगी और क्या करेगी — गाज़ा के रोजमर्रा के काम ये लोग संभालेंगे
नई कमेटी गाज़ा के रोज़मर्रा के काम, जैसे बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सफाई, राशन और सरकारी सेवाएँ संभालेगी।
बयान में कहा गया है कि यह कमेटी अरब देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की मदद से काम करेगी, ताकि लोगों की ज़िंदगी जल्दी सामान्य हो सके।
🤝 सभी गुट मिलकर एक ही दिशा में चलेंगे — झगड़ों से बाहर निकलने की कोशिश
बैठक में सभी फ़लस्तीनी गुटों ने यह भी कहा कि अब वे आपस में लड़ने के बजाय एक साथ बयान जारी करेंगे, एक साथ रणनीति तय करेंगे और फ़लस्तीनी मुद्दे को एक आवाज़ में उठाने की कोशिश करेंगे।
साथ ही, PLO (फ़लस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइज़ेशन) को फिर मज़बूत करने पर सहमति बनी है।
PLO को दुनिया फ़लस्तीनियों का एकमात्र प्रतिनिधि मानती है, जबकि हमास अभी इसका हिस्सा नहीं है।

⚡ हमास और फ़तह की फिर बातचीत — युद्धबंदी (Ceasefire) के दूसरे चरण पर चर्चा
काहिरा में हमास और फ़तह की आमने-सामने बातचीत हुई। खबर है कि दोनों ने
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बैठकें जारी रखने
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अंदरूनी झगड़े शांत करने
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और सीज़फ़ायर प्लान के अगले कदम पर साथ चलने
पर सहमति जताई, ताकि इज़राइल की तरफ से आने वाली चुनौतियों का एकजुट होकर जवाब दिया जा सके।
🕊️ मिस्र की सक्रिय भूमिका — दूसरे गुटों को भी जोड़ने की कोशिश
मिस्र के अफ़सरों ने इस बातचीत में इस्लामिक जिहाद, DFLP, और PFLP जैसे धड़ों से भी मुलाक़ात की, ताकि इस बार सबको एक साथ लाया जा सके।




