एक नजर पूरी खबर
- बहरीन ने यूएई-इजराइल रायल डील से किया किनारा
- मोरक्को, सुडान ने पहले ही समर्थन से कर दिया था मना
- 13 अगस्त से सुर्खियों में छाया है यूएई-इजराइल समझौता
इन दिनों यूएई-इजराइल के बीच हो रहे समझौते की खबर लगातार सुर्खियों का केन्द्र बनी हुई है। इसी कड़ी में मोरक्कों और सुडान के बाद अब बरहीन ने भी डील में किसी भी तरह का समर्थन करने से साफ तौर पर इंकार कर दिया है। गौरतलब है कि बहरीन ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के साथ बातचीत में कहा कि वह एक फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। जो कि इजरायल के साथ संबंधों को तेजी से सामान्य करने के लिए अरब देशों को खारिज कर रहा है।
हालांकि, बहरीन के राजा हमद बिन ईसा अल-खलीफा ने कहा कि उन्होंने पोम्पेओ को बताया कि उनका देश अरब शांति पहल के लिए प्रतिबद्ध है। जो 1967 के बाद कब्जे वाले फिलीस्तीनी क्षेत्रों से इजरायल की पूर्ण वापसी चाहता है और वह लगातार इसके लिए पहल भी कर रहा है।
वहीं बहरीन समाचार एजेंसी का इस मामले में कहना है कि “राजा ने दो राज्यों के समाधान के अनुसार फिलिस्तीनी-इजरायल संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों को तेज करने के महत्व पर जोर दिया।” बता दे 13 अगस्त को इजरायल और यूएई एक समझौते पर पहुंच गए हैं जिससे अरब राष्ट्र और इजरायल के बीच “संबंधों के पूर्ण सामान्यीकरण” की उम्मीद है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कथित तौर पर ब्रोकर की भूमिका निभाई है।
हालाकि बाद में यह बात भी खासा सुर्खियों में रही जब यूएई ने इस समझौते की खबरों को सिरे से नकार दिया था।GulfHindi.com