भारतीय परिवार में घर खरीदने के बाद शायद जो दूसरी सबसे बड़ी खरीद होती है वो कार होती है। कार खरीदने से लेकर उसे मेंटेन करके रखना देश के लोगों के लिए बड़ा खर्च माना जाता है और ग्राहक इसे खरीदते समय ही ईंधन, टैक्स और मेंटेनेंस के अलावा कार फाइनेंस और महंगे इंश्योरेंस को अपने बजट में लेकर चलते हैं।

जितनी कार चलेगी, उतना पेट्रोल लगेगा जो ग्राहक को पता होता है और आसानी से इसका बजट निर्धारित किया जा सकता है। लेकिन कार की सर्विस में कितना खर्च आएगा, इसकी जानकारी वर्कशॉप पहुंचने के बाद ही मिलती है। तो यहां हम आपको बता रहे हैं कैसे आप कार के मेंटेनेंस पर होने वाले खर्च को बहुत कम कर सकते हैं।

इंजन ऑयल पर ध्यान दें

कार का मेंटेनेंस घटाना चाहते हैं तो आपको इसके इंजन ऑयल पर विशेष ध्यान देना होगा। यहीं से कार की बेहतर और बेकार स्थिति का फैसला होता है। हर 6 महीने के अंतराल या करीब 10,000 किमी पूरा होने पर अगर आप कार का इंजन ऑयल बदलते हैं तो आगे मेंटेनेंस पर बहुत कम खर्च होगा। इसके अलावा जानकार की राय और इंटरनेट पर देखकर आप अपनी कार के सही इंजन ऑयल भी चुनें।

टायर्स का भी है अहम रोल

बेहतर स्थिति में टायर्स ना सिर्फ आपकी कार की सेहत बेहतर बनाए रखते हैं, बल्कि यात्रियों की सेफ्टी में भी इनका अहम रोल होता है। एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि हर 15 दिन में टायर प्रेशर की जांच करवाना चाहिए, हवा कम या ज्यादा होने पर इसका सीधा असर कार के इंजन पर पड़ता है। घिस जाने पर टायर्स को बदलने में देरी ना करें, इसके अलावा कार के अलाइनमेंट को भी बैलेंस रखेंगे तो टायर्स ज्यादा नहीं घिसेगा।

जितनी जरूरत उतना सामान लादें

कार के अंदर अगर आप जरूरत से ज्यादा या गैर जरूरी सामान लादकर रखेंगे तो इसका बुरा प्रभाव इंजन पर पड़ेगा। इसके अलावा वजन बढ़ा हुआ होगा तो कार के टायर्स भी समय से पहले घिस जाएंगे। ऐसे में कार के अंदर सिर्फ जरूरत की चीजें रखें जिससे बिना किसी एक्स्ट्रा दबाव के कार चलती रहे। ऐसा करने पर सर्विसिंग की लागत भी लगभग आधी हो जाती है।

स्पीड लिमिट पर दें खासा ध्यान

अगर आप तेज रफ्तार पर गाड़ी चलाना पसंद करते हैं तो इसके बारे में अच्छी तरह जान लें। हाई स्पीड में गाड़ी के चलने वाले हिस्से तो घिसते ही हैं, इसके इंजन, ट्रांसमिशन और सस्पेंशन की प्रभावित होते हैं। इसके अलावा तेजी से कार को एक्सेलरेट करने से भी बचना चाहिए, इससे इंजन पर दबाव पड़ता है और टायर्स भी फिजूल में घिसते हैं।

कूलिंग सिस्टम और स्पार्क प्लग

कार की सर्विसिंग में खर्च घटाना चाहते हैं तो आपको इसके कूलिंग सिस्टम पर भी ध्यान देना होगा। रेडिएटर में पर्याप्त पानी भरें, इसके अलावा पानी के साथ अगर एंटीफ्रीज फ्लूड का इस्तेमाल करेंगे तो इंजन को ओवरहीटिंग से बचाने में काफी मदद मिलेगी। इंजन टेंपरेचर इंडिकेटर पर भी नजर बनाए रखें। कार के प्रदर्शन में स्पार्क प्लग का भी बड़ा रोल होता है और इसे समय-समय पर साफ करने और बदलने से गाड़ी की हेल्थ बेहतर बनी रहती है।

बिहार से हूँ। बिहार होने पर गर्व हैं। फर्जी ख़बरों की क्लास लगाता हूँ। प्रवासियों को दोस्त हूँ। भारत मेरा सबकुछ हैं। Instagram पर @nyabihar तथा lov@gulfhindi.com पर संपर्क कर सकते हैं।

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