विमान रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर नागपुर से उड़ा था. उड़ते समय ही उसका एक पहिया इंदौर में ही गिर गया, लेकिन पायलट को पता नहीं चला जबकि पायलट ने बताया कि विमान इंदौर से उड़ा और जब विमान ने ग्वालियर के एयरपोर्ट पर लैंडिंग की तो विमान हिचकोले खाने लगा.
ग्वालियर: बीती रात महाराजपुरा एयरबेस सेंटर पर मध्य प्रदेश सरकार का एक विमान लैंडिंग के समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हालांकि पायलट की सूझबूझ और आपदा प्रबंधन के लिए वहां मौजूद रहने वाली टीम के क्विक एक्शन से बड़ा हादसा टल गया.
कोरोना संक्रमितों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर ग्वालियर आया मध्य प्रदेश सरकार का विमान ग्वालियर के एयरबेस पर लैंडिंग के समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसमें दोनों पायलटों सहित भोपाल का एक नायाब तहसीलदार घायल हो गया.
घटना रात लगभग पौने 10 बजे की है. मध्य प्रदेश सरकार का विमान रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर नागपुर से उड़ा था. उड़ते समय ही उसका एक पहिया इंदौर में ही गिर गया, लेकिन पायलट को पता नहीं चला जबकि पायलट ने बताया कि विमान इंदौर से उड़ा और जब विमान ने ग्वालियर के एयरपोर्ट पर लैंडिंग की तो विमान हिचकोले खाने लगा. वहां फायरब्रिगेड और आपात दस्ते ने तत्काल मोर्चा संभाला और पायलट ने सूझबूझ से लैंडिंग कराई. इससे विमान में आग नहीं लगी, लेकिन कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि विमान में बैठे पायलट एसएम अख्तर और शिवशंकर जायसवाल और भोपाल के एक नायाब तहसीलदार दिलीप द्विवेदी को चोटें आईं.
इस घटना की खबर मिलते ही कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और पुलिस अधिकारी तत्काल ही मौके पर पहुंच गए, क्योंकि वे रेमडेसिविर इंजेक्शन लेने वहां जा ही रहे थे. कलेक्टर तीनों घायलों को लेकर सीधे जयारोग्य चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे. कलेक्टर ने बताया कि प्लेन क्रैश नहीं हुआ बल्कि लैंडिंग के समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. सूत्रों के अनुसार दुर्घटना अर्ली लैंडिंग के कारण हुई, जिससे वह रनवे पर अरेस्ट वेरियर में उलझ गया और दुर्घटना हो गई. यह रनवे से 200 मीटर पहले महाराजपुरा एयरबेस पर पलटा. प्रशासन का दावा है कि विमान से आये रेमडेसिविर के सभी 71 बॉक्स सुरक्षित हैं.