भागलपुर और आसपास के जिलों के लोग लंबे समय से मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन हाइवे के तैयार होने का इंतजार कर रहे हैं। यह परियोजना न केवल यात्रियों के सफर को आसान बनाएगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। हालांकि, नए फोरलेन पर दो टोल प्लाजा बनाए जा रहे हैं, जिससे सफर के दौरान टोल टैक्स देना होगा।
टोल प्लाजा की जानकारी
फोरलेन पर दो टोल प्लाजा तैयार हो रहे हैं। पहला टोल प्लाजा कहलगांव के पास चाय टोला में बन रहा है। यहां छह से आठ लेन बैरियर गेट का निर्माण किया जा रहा है। दूसरा टोल प्लाजा कहलगांव से करीब 60 किलोमीटर दूर कल्याणपुर के पास बनाया जाएगा। इन दोनों टोल प्लाजा के बीच की दूरी 60 से 70 किलोमीटर होगी।
सुविधाएं जो टोल प्लाजा पर मिलेंगी
- मेडिकल सुविधा: टोल प्लाजा पर मेडिकल सेवाएं उपलब्ध रहेंगी, ताकि आपातकालीन स्थिति में यात्रियों को त्वरित सहायता मिल सके।
- फुटओवर ब्रिज (FOB): पैदल यात्रियों के लिए फुटओवर ब्रिज बनाए जा रहे हैं, जिससे वे सुरक्षित तरीके से सड़क पार कर सकें।
- अन्य सुविधाएं: यात्रियों की सुविधा के लिए शौचालय और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
अधिकारियों का कहना है कि टोल टैक्स का उद्देश्य सड़क निर्माण की लागत को वसूलना है। टोल टैक्स से सड़क का मेंटेनेंस नहीं किया जाएगा। सड़क की मरम्मत और रखरखाव के लिए संबंधित विभाग अलग से प्रक्रिया अपनाते हैं। जब निर्माण लागत वसूल हो जाती है, तो केंद्र सरकार टोल टैक्स समाप्त कर सकती है।
परियोजना का प्रगति विवरण
मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यह प्रोजेक्ट चार फेज में बन रहा है:
- फेज-1: मुंगेर से खड़िया गांव तक (26 किमी) – ₹1485 करोड़
- फेज-2: खड़िया गांव से बायपास चौधरीडीह तक (29 किमी) – ₹1020 करोड़
- फेज-3: चौधरीडीह से रसूलपुर तक (32 किमी) – ₹1769 करोड़
- फेज-4: रसूलपुर से मिर्जाचौकी तक (36 किमी) – ₹1198 करोड़