केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद नितिन गडकरी को पुनः सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का प्रभार मिला है। इसके साथ ही बिहार के लंबे समय से प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं पर चर्चा शुरू हो गई है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का विस्तार भागलपुर तक 🚗
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को भागलपुर तक विस्तार देने की सहमति को एक साल से अधिक हो चुके हैं। यह सड़क भागलपुर को उत्तर प्रदेश होते हुए दिल्ली से जोड़ेगी। हालांकि, बिहार में इसके लगभग 300 किमी के निर्माण का कार्य अभी भी अटका हुआ है।
रक्सौल-दिघवारा-हल्दिया एक्सप्रेस वे 🌉
भारतमाला श्रृंखला-2 के तहत बनने वाला रक्सौल-दिघवारा-हल्दिया एक्सप्रेस वे बिहार में 350 किमी लंबी सड़क का निर्माण करेगा। यह सड़क बिहार से झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल के हल्दिया तक जाएगी, जिससे अंतरदेशीय परिवहन को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना भी अभी गति में नहीं है।
पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस वे 🛤️
पटना-पूर्णिया के बीच एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस वे का निर्माण भी अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है।
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे 🚧
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे के निर्माण से बिहार के कई जिलों को सिलीगुड़ी के लिए नई कनेक्टिविटी मिलेगी। इस परियोजना के तहत 450 किमी लंबी सड़क का निर्माण बिहार में किया जाना है, लेकिन यह प्रोजेक्ट भी भूमि अधिग्रहण में ही अटका हुआ है।
नितिन गडकरी से नई उम्मीदें 🚀
नितिन गडकरी को दोबारा मंत्री पद मिलने के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि उनके नेतृत्व में इन परियोजनाओं को गति मिलेगी। उन्होंने पहले भी कई प्रमुख सड़क परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिससे बिहार के लोगों को इन नई परियोजनाओं से बहुत उम्मीदें हैं।