न्यूजीलैंड के पास प्रशांत सागर में स्थित वानूआतू द्वीप समूह पर रविवार को 7.0 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद आसपास के समुद्री क्षेत्रों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई। अमेरिकी भूगर्भविज्ञान सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र पोर्ट ओलरी से करीब 23 किलोमीटर दूर 27 किलोमीटर की गहराई में था. पैसेफिक सुनामी वार्निंग सेंटर ने इस केंद्र के 300 किलोमीटर के दायरे में तटों पर सुनामी आने की चेतावनी जारी की है। वैसे फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
यहां भूकंप का ज्यादा खतरा वानूआतू में करीब 2,80,000 लोग रहते हैं और वहां प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बना रहता है। इस द्वीप समूह में आधा दर्जन ज्वालामुखी सक्रिय हैं और नियमित चक्रवात व भूकंप आते रहते हैंयह पूरा इलाका प्रशांत रिंग ऑफ फायर पर मौजूद है. इसमें न्यूजीलैंड, जापान. बोलीवियाचिली, इक्वाडोरपेरू, कोस्टा रिकाग्वाटेमाला, मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, रूसजापान, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया और अंटार्कटिका जैसे स्थान शामिल हैं।
क्यों आते हैं ज्यादा भूकंप ?
टेक्टोनिक प्लेटों के आपस में लड़ने के कारण इस इलाके में लगातार सक्रिय भूगर्भीय हलचल होती रहती हैयहीं हलचल तेज होने पर भूकंप का रूप ले लेती है। 26 दिसंबर 2004 को भारत में आई सुनामी भी ऐसी ही टेक्टोनिक प्लेटों के हलचल से पैदा हुई थी। पृथ्वी पर मौजूद 75 फीसदी ज्वालामुखी प्रशांत रिंग ऑफ फायर में मौजूद हैं. पृथ्वी के 90 फीसदी भूकंप इसी क्षेत्र में आते हैं। इससे व्यापक तौर पर जन और धन की हानि भी होती है। रिंग ऑफ फायर का इलाका कई टेक्टोनिक प्लेटों के बीच फैला हुआ है. अनुमान के अनुसार इस इलाके में 40,000 किलोमीटर का क्षेत्र आता