पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। असम के गुवाहाटी समेत मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तक भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप शाम 4 बजकर 16 मिनट पर महसूस किया गया। इससे पहले दिल्ली और गुजरात में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
An earthquake of magnitude 5.1 on the Richter scale, occurred 25 km east-northeast of Aizawl, Mizoram at 16:16:24 (IST) today: National Centre for Seismology pic.twitter.com/ocu12hssbd
— ANI (@ANI) June 21, 2020
दरअसल, मणिपुर विश्वविद्यालय के भू-विज्ञान विभाग के अनुसार राज्य में चार बजकर 16 मिनट पर भूकंप आया जिसकी तीव्रता 5.1 थी। उसका केंद्र पड़ोसी राज्य मिजोरम के नगोपा से करीब नौ किलोमीटर दूर था। पुलिस महानिदेशक (डीजी) नियंत्रण कक्ष के अनुसार जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र मिजोरम की राजधानी आइजोल शहर था। आइजोल के 25 किमी उत्तर-पूर्व में भूकंप का केंद्र बताया गया है। नैशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जमीन से 35 किमी नीचे था।
इससे पहले गुरुवार (18 जून) को भी मिजोरम में भूकंप के झटके महसूस किए गए थ।. भूकंप के झटकों के डर से लोग घरों से बाहर निकल आए थे, तब भूकंप का केंद्र मिजोरम के चंफई से 98 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व (एसई) पर था। इससे पहले जम्मू कश्मीर में लगातार 2 दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जम्मू कश्मीर में महसूस किए गए भूकंप के झटकों की तीव्रता 5.8 थी। भूकंप का केंद्र तजाकिस्तान के दसहांबे से 341 किलोमीटर दूर था।
इससे पहले राजधानी दिल्ली-एनसीआर, गुजरात समेत देश के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। इससे लोगों में पैनिक फैल रहा है। दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटकों की शुरुआत 12 अप्रैल (3.5 तीव्रता) से हुई। तब से अबतक अलग-अलग दिन 14 बार झटके लग चुके हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इन्हें हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। ये किसी बड़े भूकंप का संकेत हो सकते हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो वहां पर पिछले दो महीनों में 13 बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं।GulfHindi.com