भारत में एक बड़ा बदलाव इनकम टैक्स के स्लैब में देखने को इस वित्त वर्ष मिला जिसका मजा पूरा देश कम से कम अगले कई वर्षों तक उठ सकेगा. मजा तब तक बहुत बढ़िया रहेगा जब तक की महंगाई उसे हद तक ना पहुंच जाए जब 12 लाख रुपए सैलरी की कोई वैल्यू ना रह जाए.
भारत में इनकम टैक्स के दरों में हुए बदलाव आम भारतीय लोगों की बहुत बड़े लंबे समय से आवाजों में थी. जिसका परिणाम भारत में नए टैक्स व्यवस्था के रूप में देखने को मिला है.
भारत में टैक्स को लेकर एक और बदलाव पूरा भारतीय खेमा चाहता है वह है गाड़ियों पर लगने वाले कई प्रकार के टैक्स. मौजूदा समय में जब आप गाड़ियां खरीदने हैं तो गाड़ियों के ऊपर लगने वाला GST, रोड टैक्स, सेस, टोल टैक्स, प्रीमियम गाड़ी के ऊपर अतिरिक्त टैक्स और इन सब से छुटकारा जब मिल जाए तब टोल टैक्स इत्यादि शामिल है।
अगर पूरे रूप से एक गाड़ी की कीमत की बात की जाए तो जिस गाड़ी की कीमत दरअसल शोरूम में महज 6 लाख की होती है वह रोड पर आते-आते 9 लाख से 10 लाख रुपए के बीच पहुंच जाती हैं। इसको देखते हुए लोग अब लगातार मांग कर रहे हैं कि गाड़ियों के ऊपर टैक्सेशन सिस्टम को बदलने की निहायत जरूरत है।
अगर ऐसा होता है तो इलेक्ट्रिक गाड़ियां जो की मौजूदा 6 लाख रुपए के एक्स शोरूम कीमत से शुरू हो रही है वह और अफोर्डेबल हो सकेंगे और छोटी पेट्रोल डीजल गाड़ियां भी आम लोगों के लिए टैक्स चुकाने के बाद भी सही कीमत में उपलब्ध हो सकेंगे।
नितिन गडकरी ने हालांकि टोल टैक्स व्यवस्था में बदलाव लाने के संकेत दिए हैं और कहां है की गाड़ियों को खरीदने के साथ ही अब लाइफ टाइम टोल पास दिए जाएंगे ताकि लोग आसानी से गाड़ियों का मजा सड़क पर ले सकें।