नई दिल्ली, 5 सितम्बर 2023: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कॉल मनी मार्केट के लिए सेंट्रल बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) को टोकन के रूप में विस्तारित करने की योजना बनाई है। इस परियोजना के माध्यम से आरबीआई कॉल मनी मार्केट में एक नई डिजिटल मुद्रा को पेश करने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, आरबीआई ने इस परियोजना के तहत विभिन्न तकनीकों का परीक्षण करने की योजना बनाई है।
आरबीआई की योजना का एक हिस्सा: सीबीडीसी को कॉल मनी मार्केट में टोकन के रूप में विस्तारित करना
आरबीआई के स्रोतों के मुताबिक, केंद्रीय बजट 2022-23 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीबीडीसी को लांच करने की घोषणा की थी। इसके बाद वित्त विधेयक 2022 के पारित होने के साथ, आरबीआई अधिनियम, 1934 की धारा में आवश्यक संशोधन किए गए थे। इससे सीबीडीसी को कॉल मनी मार्केट में टोकन के रूप में विस्तारित करने की संभावना है।
सीबीडीसी का उद्देश्य नकदी की तरह नहीं ब्याज अर्जित करना है, बल्कि इसे नकद के विभिन्न रूपों में परिवर्तित किया जा सकता है। आरबीआई की तरफ से यह कदम लिया गया है ताकि कॉल मनी मार्केट में नई डिजिटल मुद्रा के प्रस्तुत करने में सुगमता हो सके।
हाल ही में आरबीआई ने होलसेल सीबीडीसी परियोजना की शुरुआत की है, जिसमें नौ अच्छूत बैंकों को शामिल किया गया है। इस परियोजना के अंतर्गत ये बैंक – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, और एचएसबीसी – मुद्रा प्रौद्योगिकी का परीक्षण करेंगे।
इस नए पहलू में, आरबीआई के प्रयासों से बैंकों को सशक्तिकरण मिलेगा और नए तकनीकी उत्पादों की परीक्षण करने का मौका मिलेगा, जिससे डिजिटल मुद्रा की विकास और उपयोगिता में वृद्धि हो सकेगी।