Chakrawat rain in 8 states expected soon: देश में पहले मॉनसून की बारिश नहीं हुई। मॉनसून निकलने के बाद बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी। और अब चक्रवाती तूफान के रूप में एक नई मुसीबत दस्तक देने वाली है। अगले हफ्ते बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट से टकराने वाला है।
ऐसे में पूर्वोत्तर भारत सिक्किम, अरुणाचल, असम, मिज़ोरम समेत ओडिशा, बंगाल बिहार और झारखंड में दिवाली पर मौसम बदलने की संभावना है। मौसम विभाग ने ओडिशा के कई जिलों में बुधवार से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। गंगीय मैदानी इलाकों में भी 24 और 25 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना है। जारी अगर भारी बारिश हुई तो किसानों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। इस बारिश का सीधा असर किसानों की बचीखुची फसलों पर पड़ेगा, जो पहले ही बेमौसम बारिश की मार से झेल रहे हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहा चक्रवात 25 अक्टूबर को ओडिशा के तट को छोड़ पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तट से टकरा सकता है। आईएमडी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में गुरुवार को कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है। अगले चार दिन में इसके तीव्र होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहा कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर तक गहरे निम्न दाब क्षेत्र में और 23 अक्टूबर तक एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।
चक्रवाती तूफान 23 अक्टूबर के बाद धीरे-धीरे उत्तर- उत्तरपूर्व की ओर बढ़ेगा और 25 अक्टूबर को ओडिशा से बचते हुए पश्चिम बंगाल और बांगलादेश के तट से टकराएगा। अभी भी मौसम विभाग द्वारा तूफान की तीव्रता और उस दौरान बहने वाली हवाओं की गति का पूर्वानुमान लगाना बाकी है।
इन इलाकों में भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक, 23 अक्टूबर से ओडिशा के तटीय इलाकों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार, केंद्रपाड़ा और जगतसिंह जिलों में 23 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना है। गंजाम, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिलों में तूफान असर दिख सकता है। ऐसे में ओडिशा सरकार ने7 तटीय जिलों के प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 22 अक्टूबर से पहले समुद्र से लौट आएं, क्योंकि तूफान की वजह से मुश्किलें बढ़ सकती है।