चीन ने गल्फ देशों जैसे सऊदी अरब, ओमान, कुवैत और बहरीन के नागरिकों को एकतरफा वीजा-फ्री एंट्री की अनुमति दी गई है. इसके साथ ही अब चीन ने अपनी वीजा-फ्री सूची को 47 देशों तक बढ़ा दिया है.
सामान्य पासपोर्ट धारक बिना वीजा के 30 दिनों तक रह सकते हैं चीन में
वीजा फ्री नीति के अंतर्गत सऊदी अरब, ओमान, कुवैत और बहरीन के सामान्य पासपोर्ट धारक बिना वीज़ा के चीन में 30 दिनों तक रह सकते हैं . चाहे वो व्यवसाय, पर्यटन, पारिवारिक मुलाकात, सांस्कृतिक आदान-प्रदान या ट्रांज़िट के लिए चीन में आए हों.
छह सदस्य देशों को चीन में वीजा-फ्री प्रवेश की सुविधा
यूएई और कतर ने पहले से ही चीन के साथ आपसी वीजा-मुक्त व्यवस्था 2018 से लागू है, जिसका मतलब है कि अब GCC (गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल) के सभी छह सदस्य देशों को चीन में वीज़ा-फ्री प्रवेश की सुविधा मिल गई है. इस विस्तार का पूरे खाड़ी क्षेत्र में गर्मजोशी से स्वागत हुआ है. उम्मीद जताई जा रही है कि इससे द्विपक्षीय आदान-प्रदान, सांस्कृतिक संबंध, और चीन-GCC सहयोग को नया बल मिलेगा.
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने की तारीफ
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर कहा कि यह फैसला आपसी यात्राओं को बढ़ावा देगा और दोनों मित्र देशों के बीच दोस्ती के रिश्ते गहरे करेगा. वहीं यूएई के ट्रैवल इंफ्लुएंसर अब्दुल्ला अल ब्लूशी ने भी सोशल मीडिया पर इस नीति की सराहना की और कहा, अब बस पासपोर्ट लेकर चीन घूमने निकल सकते हैं.
सऊदी अरब की टूरिज़्म कंपनी ‘दिरियाह’ के निदेशक नईफ अवलिया ने इसे एक सकारात्मक कदम बताया और कहा, मित्रता पर आधारित संबंध ही दीर्घकालिक सहयोग की नींव होते हैं, और हम चीन के साथ साझेदारी को और गहरा करना चाहते हैं.
‘कानू ट्रैवल’, जो खाड़ी क्षेत्र की सबसे बड़ी ट्रैवल कंपनियों में से एक है, ने इस घोषणा के बाद यूएई, बहरीन और सऊदी अरब के नागरिकों के लिए नए टूर पैकेज लॉन्च किए हैं.
कंपनी के कार्यवाहक CEO हार्वी लाइन्स ने इस नीति को “चीन-अरब सहयोग के लिए एक नया द्वार” बताया. चीन और खाड़ी देशों के बीच पहले से ही मजबूत हवाई संपर्क है, और वीजा-फ्री पॉलिसी से ट्रैवल वॉल्यूम में और इजाफा होने की उम्मीद है.
यूएई के 13 शहरों से चीन के लिए डायरेक्ट कनेक्टिविटी
आपको बता दें कि वर्तमान में, चीन के प्रमुख शहरों (बीजिंग, शंघाई, ग्वांगझोउ, शेनझेन) से सऊदी अरब के रियाद और जेद्दा तक हर हफ्ते 20 डायरेक्ट फ्लाइट्स चलती हैं. वहीं, यूएई के 13 शहरों से चीन के लिए डायरेक्ट कनेक्टिविटी है.
आने वाले समय में
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हाइनान एयरलाइंस 28 जून से हैकोउ-जेद्दा डायरेक्ट रूट शुरू करेगी.
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एमिरेट्स एयरलाइंस 1 जुलाई से दुबई-शेनझेन के बीच नॉनस्टॉप डेली फ्लाइट शुरू करेगी.
इसको लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह नीति चीन और खाड़ी देशों के बीच मजबूत होते राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों की पहचान है. साल 2024 में, चीन और GCC देशों के बीच व्यापार 288.09 अरब अमेरिकी डॉलर पहुंच गया – जिससे GCC, चीन का छठा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है.
शंघाई इंटरनेशनल स्टडीज़ यूनिवर्सिटी के मिडल ईस्ट रिसर्चर वेन् शाओबियाओ ने कहा कि इस पॉलिसी से ट्रैवल की लागत और समय कम होगा और दो-तरफा आवागमन आसान होगा. उन्होंने कहा कि “यह लोगों के बीच संपर्क, शैक्षणिक सहयोग और व्यापार, निवेश व संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा देगा.” चीन का यह कदम दिखाता है कि वह दुनियाभर के यात्रियों के लिए अपने दरवाज़े और अधिक खोलना चाहता है.
2023 के अंत से चीन ने कई यात्रियों को ध्यान में रखकर सुविधाजनक नीतियां लागू की-
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1 जून से, ब्राज़ील, अर्जेंटीना, चिली, पेरू और उरुग्वे के पासपोर्टधारकों को भी वीज़ा-फ्री एंट्री मिल रही है — यह पहली बार है जब ऐसी सुविधा लैटिन अमेरिका और कैरिबियन देशों को दी गई है.
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इसके अलावा, वीज़ा-फ्री ट्रांज़िट समय को बढ़ाकर 240 घंटे (10 दिन) कर दिया गया है (54 देशों के यात्रियों के लिए).
इन प्रयासों का असर दिखने लगा –
2024 में, चीन ने 33.9 लाख वीज़ा-फ्री एंट्री रिकॉर्ड की, जो पिछले साल के मुकाबले 1,200% ज़्यादा है.
ड्रैगन बोट फेस्टिवल की 3-दिन की छुट्टियों के दौरान, 2.31 लाख विदेशी वीज़ा-फ्री चीन पहुंचे – जो पिछले साल से 59.4% अधिक है.
चीन टूरिज़्म एकेडमी के अध्यक्ष दाई बिन ने कहा कि विदेशी यात्रियों के लिए चीन सिर्फ घूमने की जगह नहीं, बल्कि एक जीवन अनुभव है. “ये यात्राएँ उन्हें असली चीन को जानने का मौका देती हैं.




