जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ ज़िले में गुरुवार को बादल फटने से आई भीषण बाढ़ में अब तक 45 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। अतिरिक्त एसपी प्रदीप सिंह ने एक मीडिया चैनल को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ और सेना के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं।
लापता लोगों और शवों की तलाश जारी
100 से ज़्यादा घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि लापता लोगों और शवों की तलाश जारी है, और इस काम में एंबुलेंस कर्मियों व स्थानीय लोग भी पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। अब तक 8 से 10 मृतकों की पहचान हो चुकी है, और शिनाख्त की प्रक्रिया चल रही है।
80 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
राहत कार्य में मदद के लिए सेना की 16 कोर, जिसे व्हाइट नाइट कोर भी कहा जाता है इसकी टुकड़ियां प्रभावित इलाकों में भेजी गई हैं। अब तक 80 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी नलिन प्रभात मौके पर मौजूद रहकर हालात की निगरानी कर रहे हैं।
गृहमंत्री ने हर संभव मदद का आश्वसान दिया
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की है, जिन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौसम अनुकूल होने पर किश्तवाड़ का दौरा कर सकते हैं। इस आपदा पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गहरा दुख जताया है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। बीजेपी नेता सुनील शर्मा के अनुसार, 96 लोग घायल हैं, जिनमें से 30 की हालत गंभीर है, और मौके पर लगभग 1,200 लोग मौजूद हैं।




